शिक्षा के मंदिर में हैवानियत करने वाले शिक्षक ईश्वर लाल ने सारी हदें पार कर दी और शिक्षा के मंदिर शिक्षा लेने गई छात्रा को अपनी हवस का शिकार बना लिया. मामला धानोल गांव का है, जहां एक नाबालिग छात्रा को राजकीय विद्यालय के शिक्षक ने अपनी हवस का शिकार बना लिया.
कहते हैं कि गुरु और भगवान एक ही रूप होते हैं. गुरु अपने बच्चों का भविष्य बनाता है पर धानोल गांव के राजकीय विद्यालय के गुरु ने अपने शिष्य का भविष्य अंधकार में झोंक दिया. दरअसल 17 फरवरी को रानीवाड़ा पुलिस थाने में एक पीड़िता ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी बेटी जो नाबालिग है, जिसकी उम्र 15 वर्ष है तथा राजकीय विद्यालय धानोल में कक्षा 10 वीं में पढ़ती है… कुछ दिन से डरी सहमी थी और विद्यालय जाने से इनकार कर रही थी.
वहीं, जब माता ने प्यार से छात्रा को पूछा तो बिटिया की आंख में आंसू आ गए. तब उसने तसल्ली देकर पूछने पर बताया कि 13 फरवरी को सुबह स्कूल गयी थी. वह पानी पीने के लिये टंकी पर गयी थी तभी राजकीय बालिका स्कूल का कार्यवाहक प्रधानाध्यापक ईश्वरलाल निवासी जाखड़ी ने उसे आवाज लगा कर विद्यालय के रूम में बुलाया और रूम के अंदर ले जाकर कमरे को बंद कर जबरदस्ती अश्लील हरकतें की. इसके बाद गुरु ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी और छात्रा के साथ दुष्कर्म किया.
नाबालिग पुत्री की जिन्दगी बर्बाद कर दी
पीड़िता की मां ने रिपोर्ट में बताया कि उसकी पुत्री द्वारा शनिवार 17 फरवरी को उसे पूरी बात बताई. आरोपी ईश्वरलाल द्वारा शिक्षक के पद पर रहते हुए ऐसा घिनौना कार्य कर मेरी पुत्री के साथ जबरदस्ती दुष्कर्म कर उसकी नाबालिग पुत्री की जिन्दगी बर्बाद कर दी है.
फरार शिक्षक को निलंबित कर दिया गया
आज पुलिस धानोल राजकीय विद्यालय पहुंची और जहां छात्रा के साथ दुष्कर्म हुआ, उस घटनास्थल का निरीक्षण किया. पोक्सो एक्ट मामले की कई एंगल से जांच कर रही है. शिक्षा विभाग भी हरकत में आया फरार शिक्षक को निलंबित कर दिया है जबकि डॉक्टर ने बताया कि छात्रा का मेडिकल करवाकर सैम्पल आगे भेज दिए हैं. FSL रिपोर्ट आने के बाद मामले का खुलासा होगा.