कटनी (17 फरवरी)- तालाबों का निर्माण पुण्य का कार्य है… हमारी सांस्कृतिक और सामाजिक विरासत सिखाती है कि इनका निर्माण कार्य प्रारंभ होने अथवा समापन के बाद उपयोग करने के पूर्व नागरिकों की सहभागिता के बीच पूजन और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ वरुण देवता का आवाहन करते हुए जनउपयोग में लाएं। कलेक्टर श्री प्रसाद ने इस दौरान अनुपम मिश्र द्वारा लिखी गई किताब *”आज भी खरे हैं तालाब”*…का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण एक निरंतर प्रक्रिया है, प्रशिक्षण ज्ञान और योग्यता के साथ लक्ष्य पूर्ति में सहायक होता है। तकनीकी बारीकियों का अध्ययन करें और उन्हें निर्माण कार्यों के दौरान फलीभूत करें इस आशय के निर्देश कलेक्टर श्री अवि प्रसाद ने कलेक्ट्रेट स्थित नवीन सभा कक्ष में शनिवार को आयोजित कार्यशाला में अधिकारियों को दिए। जिला पंचायत के सीईओ शिशिर गेमावत ने कहा कि अधिकारी प्रशिक्षण को आत्मसात कर व्यावहारिक उपयोग में लाएं ताकि आयोजित प्रशिक्षण सह कार्यशाला के उद्देश्यों की पूर्ति शत प्रतिशत हो सके। श्री गेमावत ने कहा कि स्थल का चयन अनुभवी बुजुर्गों और ग्रामीणों की सहभागिता से करें। इसके लिए टोपोग्राफी की सहायता जरूर लें। जिला सीईओ श्री गेमावत ने आगे बताया कि निरीक्षण के दौरान चेक लिस्ट रखें। अपनी कमियों और खामियों को दूर करने का आज की कार्यशाला अच्छा अवसर है। सीईओ श्री गेमावत ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य उपलब्ध संसाधनों एवं भौगोलिक स्थितियों के अनुरूप शासन की गाइडलाइन के अनुसार पर्याप्त जल संचय और जल संरक्षण के लिए गुणवत्ता पूर्ण जल संरचनाओं का निर्माण हो। कार्य क्षेत्र में जनउपयोगी और बेहतर गुणवत्ता वाले निर्माण कार्यों को बेस्ट वेयर, कॉम्पेक्शन, लेयर आदि का समुचित ध्यान रखते हुए तय समय सीमा में कराएं। कार्यशाला में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा और जल संसाधन के कार्यपालन यंत्रियो श्री गौरीशंकर खटीक और श्री व्ही.ए.सिद्दकी ने उपस्थित अधिकारियों को पीपीटी के माध्यम से विस्तार से तालाबों,स्टॉपडैम,चेकडैम और अन्य निर्माण कार्यों के संबंध में तकनीकी जानकारी से अवगत कराया और किए गए प्रश्नों और जिज्ञासाओं का समाधान किया। रिटायर्ड इंजीनियर पीके खरे ने भी टोपोशीट, टोपोग्राफी और जियोलॉजिकल सर्वे के महत्व पर प्रकाश डाला। जय भारती शिक्षा केंद्र के संचालक भरत नामदेव और मानव जीवन विकास समिति के चंद्रभान कुशवाहा ने भी अपने विचार और सुझाव रखें। प्रशिक्षण सह कार्यशाला में आमंत्रितों द्वारा नाना प्रकार के उपयोगी विचार और सुझाव साझा किए गए तथा उपस्थित प्रश्नों के जवाब भी आए। इस दौरान जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, परियोजना अधिकारी मनरेगा और एसबीएम ऋषिराज चढ़ार,कमलेश सैनी, वन विभाग से सुरेश कुमार बरौले,मानव जीवन विकास समिति के चंद्रभान कुशवाहा और संचालक जय भारती शिक्षा केंद्र से भरत नामदेव, सहायक यंत्री, उपयंत्री और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति रही।