हरीशंकर बेन
राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन दिवस कार्यक्रम अभियान आज 10 फरवरी से प्रारंभ हुआ है । जो 23 फरवरी तक चलेगा । जिसकी शुरुआत एक्सीलेंस विद्यालय रीठी से की गई जिसमें समस्त स्वास्थ्य विभाग अधिकारी,कर्मचारी एवं जिला सीएमओ आर.के. आठ्या एवम छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की उपस्थिति मैं शुभारंभ किया गया ।
साथ ही सभी छात्र एवं छात्रों को फाइलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों से बचने के लिए उन्हें डीई सी. एल्बेन्डाजोल व आईवरमेरिटन
गोलियां खिलाई गई ।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आर. के आठ्या ने छात्र-छात्राओं को जानकारी देते हुए बताया कि
फाइलेरिया जैसी बीमारी से बचने हेतु सभी को भोजन पश्चात डीई सी. एल्बेन्डाजोल व आईवरमेरिटन गोली का सेवन कर करना चाहिए ।
तथा फाईलेरिया रोग के बारे में की जाने वाली चर्चा- मलेरिया को हाथी पाब रोग भी कहा जाता है। ये रोग मादा वपूलेक्स मच्छर के काटने की वजह से होता है। जब मच्छर किसी फाइलेरिया से ग्रस्त व्यक्ति को काटता है तो वह संक्रमित हो जाता है। फिर जब वही मच्छर किसी ब्यक्ति को काटता है तो फाइलेरिया के परजीवी उसके शरीर में प्रवेश कर उसे भी फाइलेरिया से ग्रसित कर देते हैं।
जिसके कारण इस हाथ और पैर सूज जाते है । इसलिए इस बीमारी हाथी पाव कहा जाता है। आमतौर पर फाइलेरिया का संक्रमण बचपन में ही हो जाता है, लेकिन कई सालो तक इसके लक्ष् स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते। हालाकि रोग की प्रारंभिक अवस्था में बुखार, बदन में खुजली और पुरुषों के जन्नाम और उसके आस-पास दर्द व सूजन की समस्या होती है। इसलिए फाइलेरिया गोली दवा खाकर स्वयं को,अपने परिवार को.जिले को व पूरे देश को फाइलेरिया मुक्त बनाना होगा ।
हरिशंकर बेन