रिपोर्टर सीमा कैथवास
मामले को दबाने के लिए भारी दबाव की चर्चाए,राजस्व शाखा से जारी रसीदों और राजस्व रिकॉर्ड में हेरा फेरी कर गबन का गंभीर मामला…?
नर्मदापुरम । संभाग मुख्यालय की नगर पालिका नर्मदापुरम निरंतर विवादों में चली आ रही है, यहां होने वाले भ्रष्टाचार पर भी जनप्रतिनिधियों का अंकुश नहीं लग पा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना का भ्रष्टाचार का मामला आज भी फाइलों में लंबित है। पार्षद पतियों सहित रिश्तेदारों द्वारा ठेकेदारी की एक प्रथा नगर पालिका में चल रही है। शहर में सरकारी ज़मीन पर अतिक्रमणकारियों को नगर पालिका से संपत्ति कर की रसीद उपलब्ध कराने का खेल तो काफी समय से चल रहा है, जिसमें राजस्व शाखा से जुड़े कर्मचारी अपनी बल्ले बल्ले कर रहे हैं, परंतु राजनीतिक दबाव के चलते अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है सिर्फ जांच और निर्देश तक सीमित रही है। अब भ्रष्टाचार का एक नया गंभीर मामला सामने आया है जिसके बाद से नगर पालिका के जवाबदार कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। सूत्रों के अनुसार राजस्व रिकार्ड सहित संपत्ति कर की रसीदों के मामले में हुए भारी भ्रष्टाचार और गबन संबंधी गंभीर शिकायत नगर पालिका के ही किसी राजस्व कर्मचारी द्वारा मय दस्तावेजों के की गई है, जिसके बाद से नगर पालिका में बवाल मच गया है। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए नगर पालिका सीएमओ नवनीत पांडे ने उक्त मामले में जांच कमेटी बनाकर सहायक लेखा अधिकारी देवेंद्र सिंह बघेल को जांच अधिकारी नियुक्त किया है और उन्हें 15 दिवस में जांच कर प्रतिवेदन देने को कहा है। जिसमें इस बात का भी खुलासा किया गया है की शिकायत के अनुसार नगर पालिका परिषद नर्मदापुरम की राजस्व शाखा से जारी रसीद बुक से काटी गई रसीदों एवं राजस्व रिकॉर्ड में हेराफेरी कर बड़ी आर्थिक अनियमितता से गबन किया गया है। नगर पालिका के राजस्व शाखा के जवाबदार कर्मचारियो द्वारा काटी गई रसीद,कंप्यूटर शाखा से जारी की गई संपत्ति कर की रसीदों सहित निकाय में उक्त राशि को जमा करने के संबंध में पूरा खेल हुआ है। सूत्रों की माने तो खेल इस प्रकार होता है कि उपभोगता से राशि लेकर रसीद में जो अमाउंट भर कर दिया जाता है, वह निकाय के खाते में जमा ही नहीं होता है वहीं पूरा खेल होता है? अब पूरे मामले को दबाने के लिए भारी दबाव की बात भी चर्चाओं में आ रही है यदि सही तरीके से जांच होती है तो कई चेहरे बेनकाब हो सकते हैं…? अवगत हो कि गत वर्ष पूर्व कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में हुई जांच के दौरान शासकीय भूमियों पर अतिक्रमण कार्यों के कब्जे से संपत्ति कर की रसीद भी पाई गई थी तब नगर पालिका के कथित कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर बड़े गंभीर सवाल उठे थे कि नौगजा तालाब की जगह पर और सुधार न्यास कॉलोनी में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कारियो को कैसे संपत्तिकर की रसीद दी गई ? अमानत में ख्यानत के इस गंभीर मामले में सीएमओ नवनीत पांडे द्वारा जुलाई 2023 में राजस्व अधिकारी कर्मचारियों की विभागीय बैठक के दौरान कुछ कर्मचारियों को नोटिस भी दिए थे और मामले में जांच के आदेश भी दिए थे। परंतु नेतागिरी और राजनेतिक रसूखदार के भारी दबाव के चलते बाद में इस गंभीर मामले को दबा दिया गया। वही ताजुब की बात यह है कि इस गंभीर विषय पर परिषद ने भी कोई आवाज नहीं उठाई? फिलहाल राजस्व शाखा द्वारा जारी रसीद और राजस्व रिकॉर्ड में हेरा फेरी के गबन के मामले में जांच के दिए गए आदेश के बाद नगर पालिका में हड़कंप मच गया है और कर्मचारी एक दूसरे की कमजोरी को निकालने में जुट गए हैं। जिससे मामले को दबाया जा सके। पूरे मामले को लेकर सीएमओ नवनीत पांडे ने बताया कि राजस्व शाखा द्वारा जारी रसीद गड्डियों एवं राजस्व रिकॉर्ड में हेराफेरी कर गबन संबंधी गंभीर शिकायत आई है। जिसके लिए जांच के आदेश दिए गए हैं, सहायक लेखा अधिकारी देवेंद्र सिंह बघेल को जांच अधिकारी बनाया गया है। जिन्हें 15 दिवस में अपना जॉच प्रतिवेदन प्रस्तुत करना है।