बैतूल के पटवारी ने कटनी में भाई से धोखाधड़ी कर जमीन बेच दी
कटनी/ रिश्तों में धोखा और स्वार्थ ज्यादातर देखने मिलता है, लेकिन यहां पर एक भाई ने अपने छोटे भाई की पूरी कृषि भूमि ही धोखे से हड़प ली और भाई को भूमिहीन कर दिया। और भूमिस्वामी भाई को इस बात की जानकारी करीब एक साल के बाद लगी।धोखाधड़ी करने वाला भाई पेशे से पटवारी है जो बैतूल में पदस्थ है लेकिन उसने अपने कटनी निवासी भाई को धोखाधड़ी करने के लिए विजयराघवगढ़ आकर भाई की जमीन की पहले पावर ऑफ अर्टनी ले लिया और गोपनीय ढंग से अपनी ही पुत्री को महज साढ़े 8 लाख में करीब पांच एकड़ जमीन विक्रय कर रजिस्ट्री करा ली है जिसकी शिकायत पीड़ित भाई ने जिला कलेक्टर कटनी एवं पुलिस अधीक्षक को देकर कार्यवाही करने की गुहार लगाई है।
कटनी निवासी शिवराम सिंह ने बताया कि उनकी जमीन विजयराघवगढ़ तहसील के ग्राम कलहरा में करीब पांच एकड़ है जिसके खसरा नम्बर 158/4, 158/6, 158/7, 172, एवं 116 है जिसे उनके सगे भाई संतोष सिंह ठाकुर पेशे से पटवारी है जो चंद्रशेखर वार्ड बैतूल निवासी ने शराब पिलाकर धोखेबाजी करते हुए पावर ऑफ अटॉर्नी में हस्ताक्षर करवा लिए थे और कुछ महीने के बाद 22 अगस्त 2023 को अपनी पुत्री आस्था ठाकुर को विक्रय कर उसके नाम पर विजयराघवगढ़ आकर रजिस्ट्री करा ली है। जिसकी जानकारी भूमिस्वामी शिवराम सिंह को एक साल बाद पता चली है। जिसकी शिकायत उन्होंने कटनी के कलेक्टर महोदय और पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर कार्यवाही मांग कर रजिस्ट्री शून्य करने और आरोपी भाई पर कार्यवाही करने की मांग की है।
पढ़ने वाली छात्रा ने कैसे खरीदी जमीन
इस पूरे मामले में यह भी रोचक तथ्य है कि जिस बेटी आस्था ठाकुर को आरोपी ने जमीन रजिस्ट्री की है वह अभी पढ़ाई कर रही है जिसके पास आय के लिए नाम मात्र का भी कोई साधन नही है वह अपने पिता को साढ़े आठ लाख रुपये देकर पिता ही से जमीन कैसे क्रय (खरीद) सकती है। जबकि पांच एकड़ जमीन के दाम कई लाख रुपये होंगे फिर पूरी पांच एकड़ जमीन किसी को साढ़े आठ लाख रुपये में कैसे मिल सकती है? वहीं आरोपी संतोष सिंह ठाकुर के बारे में यह भी जानकारी सामने आई है कि शातिर आरोपी अपने पटवारी के पेशे से बेमानी संपत्ति जमा कर रखी है जिसके भोपाल और बैतूल में जमीन और बड़े बड़े मकान है जिनकी कीमत करोड़ों में हैं वहीं यह भी जांच का विषय है कि आखिर पटवारी जैसे नौकरी में कोई इटनां धन संग्रह कैसे कर सकता है ?