कटनी (22 दिसंबर ) – कलेक्टर श्री अवि प्रसाद की अनूठी और अनुकरणीय पहल पर नो बुके, जस्ट ए बुक का सार्थक प्रभाव लोगों पर पड़ा है। जहां एक ओर कलेक्टर श्री प्रसाद की अपील पर उनसे मिलने आने वाले मुलाकाती के हाथ में अब बुके की बजाय बुक नजर आती है, तो यही दृश्य समारोहों व कार्यक्रमों में दिखता है जहां उनका स्वागत बुके की बजाय किताबों से किया जाता है।
उपहार में मिली किताबों से विकसित हो रही लाइब्रेरी
उल्लेखनीय है कि जिले के सभी छात्रावासों में लाइब्रेरी स्थापित करने का नवाचार कलेक्टर श्री प्रसाद के द्वारा किया जा रहा है। जहां वे जिला शिक्षा केंद्र और आदिम जाति कल्याण विभाग के संबंधित छात्रावासों में विभागीय और सीएसआर मद के जरिए पुस्तकालय को स्थापित कर रहे हैं तो साथ ही उन्हें उपहार में मिलने वाली पुस्तकों को इन लाइब्रेरी को विकसित करने के लिए प्रदान किया जा रहा है। जिनका अध्ययन कर छात्रावासी विद्यार्थी भाषा, बौद्धिक और साहित्यिक ज्ञान अर्जित कर रहे हैं।
कलेक्टर की पहल अनुकरणीय
कलेक्टर श्री प्रसाद की इस पहल नो बुके, जस्ट ए बुक के तहत मिली संग्रहित पुस्तकों को कलेक्टर ने लायब्रेरियों को प्रदान किया। इन पुस्तकों में जिले भर मे कलेक्टर के इस सद्प्रयासों की प्रशंसा की जा रही है और उनकी इस पहल को अनुकरणीय बताया।