रिपोर्टर कमलाकांत मिश्रा
शिकायत कर्ताओं ने की मामले की जांच और दोषियों में कार्यवाही की मांग
ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक तंगी से दूर कर आत्मनिर्भर स्वाबलंबी बनाने वाली भारत सरकार की अजीवका मिशन योजना में बहुत बड़ा घुटाला किया गया है। सलेहा व कल्दा श्रेत्र अजीवका मिशन के कार्य श्रेत्र प्रभारी विजय भानू पाठक। प्रताप बागरी व महिला प्रभारी ने समूहों में जुड़ी सदस्य महिलाओं के फर्जी हस्ताक्षर कर कई मदों की राशि निकाल ली है ग्रामीण गांव की महिलाओं के सिर्फ अधार कार्ड फोटो लेकर सदस्य संख्या दिखाने के लिए खाना पूर्ति की गई हैं। इतना ही नहीं समूहों में जुड़ी। महिलाओं को अजीवका मिशन का नाम तक पता नहीं है कल्दा श्रेत्र की महिलाओं ने बताया कि कोरोना काल यानी चार वर्ष से कोई हमारी मीटिंग नहीं हुई है। तो फिर आदिवासी महिलाओं को मिशन में चल रही योजनाओं के विषय में कैसे पता होगा यह बड़ा गंभीर विषय है की अजीवका मिशन क्या है कैसे इस योजना से गा्मीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है
मगर सलेहा श्रेत्र में बड़े पैमाने पर रिवाल्विंग फण्ड के नाम से आईं समूहों के खातों में राशि ग्राम संगठन चयन प्रक्रिया में गड़बड़ी व खाते में आईं राशि सीएलफ चयन प्रक्रिया में गड़बड़ी कर शासकीय राशि का गमन किया गया है व चयन प्रक्रिया में समूहों के सदस्यों की सहमति नहीं लि गई समूह से ग्राम संगठन अध्यक्ष सचिव ग्राम संगठन से सीएलफ अध्यक्ष सचिव चयन प्रक्रिया न करके इन पदों पर प्रभारियों द्वारा अपने संबंधियों के हाथ मे कमान सौंपी गई है जो सब कमीशन के चलते किया जा रहा है ग्राम सखी पंचायत सखी जल सखी व अन्य सखियों भर्ती कर समूहों की महिलाओं को रोजगार दिया जाता है सलेहा श्रेत्र में इन पदों पर किस्को भर्ती किया गया है पता नहीं चल रहा केवल मानदेय दिया जा रहा है और प्रशासनिक पद के अलावा इस योजना में समूहों का काम सिर्फ महिलाएं संभालती है पर विजय भानू पाठक ने एक अपने गुर्गे के हाथ कमान सौंप रखी है जो बैंक से रू निकाशी से लेकर समूहों में जुड़ी महिलाओं के फर्जी हस्ताक्षर से लेकर समूहों ग्राम संगठन सीएलफ के अध्यक्ष सचिव का चयन कर्ता है व कमीशन खाकर अजीवका मिशन योजना को बदनाम कर नकाम साबित कर रहा है इसके प्रभारी पाठक के गुर्गे के प्रतिदिन बैंक में समूहों का कार्य करवानें रू निकाशी कागजी कार्यवाही करने के सीसीटीवी फुटेज मौजूद हैं इन सभी मुद्दों को उठाने वाले पत्रकारों को डराने धमकाने से
लेकर प्रलोभन देने का काम समूहों के प्रभारी भानू पाठक सुपनिल शर्मा प्रताप बागरी द्वारा किया जा रहा है अजीवका मिशन के मुद्दे को दबाने कार्यवाही के डर से जानकारी सार्वजनिक उजागर करने के डर से थानों में फर्जी शिकायतें करते हैं। इसके पहले भी कल्दा श्रेत्र के पत्रकार के ऊपर मुद्दा उठाने पर फर्जी शिकायत कर चुके हैं सभी किये गये भृष्टाचार के मामलो व दबाव बनाने के उद्देश्य से फर्जी शिकायत करने के मामलों में पन्ना कलेक्टर पुलिस अधीक्षक जिला सीईओ को आवेदन देकर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की गई है