उमरियापान:- समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिए ढीमरखेड़ा तहसील में 14 केंद्र संचालित है। परिवहन नहीं होने से अधिकांश खरीदी केंद्रों पर धान का अंबार लगा हुआ है। जबकि कुछ केंद्रों में तो बारदानों की समस्या बनी हुई है। समस्याओं के चलते खरीदी बंद तक करना पड़ रहा है। अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। देवरी मंगेला खरीदी केंद्र की बात करें तो यहाँ के केंद्र प्रभारी वीरेन्द्र गर्ग ने बताया कि अभी तक 7 हजार क्विंटल से अधिक की उपज की तुलाई हो चुकी है। केंद्र में उपज का अम्बार लगा है। परिवहन न होने से खरीदी में भी समस्या बन रही है। जिम्मेदार अधिकारियों को परिवहन के लिए सूचना दिए जाने के बाद भी यहां से धान का परिवहन नहीं किया गया है। किसानों का कहना है कि इन दिनों मौसम में बदलाव हो रहा है।ऐसे में यदि बारिश हो जाती है तो बड़ी मात्रा में धान खराब होने से इंकार नहीं किया जा सकता।टोला खरीदी केंद्र पर धान की तौल नहीं हो पा रही है।ऐसा बारदाने के अभाव में हुआ।मंगलवार को टोला केंद्र में बारदाना नहीं होने से तौल बंद रही।किसान अपनी उपज केंद्र में लाकर रखी है।अब उन्हें उनकी उपज तुलाई की चिंता है।बारदाने नहीं पहुँचा तो आगे भी खरीदी प्रभावित होगी। मडेरा खरीदी केंद्र प्रभारी अश्वनी शुक्ला ने बताया कि 7 हजार क्विंटल से अधिक की खरीदी हो चुकी है। उपज का परिवहन नहीं हो पाया है। मंगलवार को केंद्र में एक गाड़ी पहुँची हैं। बारदानों की भी कमी है। मुरवारी खरीदी केंद्र की बात करें तो यहाँ 14 हजार क्विंटल के करीब की खरीदी हो गई है। परिवहन न होने से केंद्र में धान का अंबार लगा है। बारदाना की खत्म होने की कगार पर हैं। खाम्हा खरीदी केंद्र में भी 7 हजार क्विंटल से अधिक धान की खरीदी की जा चुकी हैं। परिवहन न होने से धान का अंबार केंद्र में लगा है। सिलौंडी और कचनारी खरीदी केंद्र की बात करें तो इन दोनों केन्द्रों में 15-15 हजार क्विंटल उपज की खरीदी हो चुकी है। धान का उठाव न होने से यहाँ खरीदी नाम मात्र के लिए हो रही है।यहाँ धान की खरीदी में परिवहन न होना अड़ंगा बना हुआ है। ढीमरखेड़ा तहसील के अन्य कई केंद्रों पर भी इसी तरह की स्थिति बन रही है। इस बार खरीदी शुरू होने भी देर हुई। केन्द्रों में उपज खरीददारी शुरू हुई तो अब धान परिवहन में खासी देरी हो रही है। इससे यह सभी की परेशानी का सबब बना है।
रिपोर्टर राजेंद्र चौरसिया ढीमरखेड़ा कटनी