उमरियापान:- शरद पूर्णिमा का पर्व उमरियापान क्षेत्र में महिलाओं ने उत्साह के साथ मनाया।इस बार चंद्रग्रहण के चलते सुबह से दोपहर तक ही शुभ मुहूर्त में महिलाओं ने घरों और मंदिरों में पूजन किया।शरद पूर्णिमा के दिन महिलाओं ने अपने बच्चों और परिवार की सुख- समृद्धि,स्वास्थ्य,संपन्नता, धन,धान्य,खुशहाली और दीर्घायु के लिए व्रत रखा है।उमरियापान के कुदवारी मोहल्ला स्थित मातारानी के मंदिर में व्रतधारी महिलाओं ने सामूहिक रूप से पूजन किया। पंडित मोहित पौराणिक ने महिलाओं को भगवान की कथा सुनाते हुए विधिवत पूजन कराया। इस मौके पर महिलाओं ने सवा पाव खोवा और सवा पाव शक्कर मिलाकर छह लड्डू बनाकर पूजा की।एक लड्डू सत्यनारायण भगवान को अर्पित किया। दूसरा लड्डू सहेली से बदला,तीसरा लड्डू गर्भवती महिला को दिया, चौथा लड्डू बाल-गोपाल और गायों को खिलाया, पांचवा लड्डू पति को और छठवां लड्डू खुद व्रतधारी महिला ने खाया।पूजन के बाद भजन कीर्तन का सिलसिला चलता रहा।उमरियापान के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी शरद पूर्णिमा का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। पंडित मोहित पौराणिक और पंडित राकेश पाठक ने बताया कि शरद पूर्णिमा के दिन नर्मदा में स्नान करने का विशेष महत्व है। पौराणिक कथाओं के अनुसार आज के दिन ही भगवान श्रीकृष्ण ने रास रचाया था। शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अमृत वर्षा करता है। इस दिन चंद्रमा का दर्शन करना और उसकी अराधना करना शुभ फलदायक माना जाता है।चांद की रोशनी में खीर रखकर अगले दिन प्रात: सेवन करने वाले को निरोग का वरदान मिलता हैं।
रिपोर्टर राजेंद्र चौरसिया ढीमरखेड़ा कटनी