रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम।श्री रामलीला महोत्सव में आज से दशहरे मैदान पर लीलाओं का मंचन प्रारंभ हो गया है जिसमें आज लक्ष्मण शक्ति लीला का मंचन दशहरा मैदान पर हुआ लीला में बताया है कि हनुमान जी सीता जी से मिलकर रावण की सोने की लंका को दहन करके श्री राम को संदेश सुनने के बाद भगवान श्री राम वानर सेवा के साथ लंका पहुंचते हैं और लंका में श्रीराम रावण की सेना के बीच भीषण युद्ध प्रारंभ हो जाता है , मैदानी लीला में बताया कि रावण क्रोधित होकर अपने पुत्र मेघनाथ को युद्ध करने के लिए भेजता है लंका में मेघनाथ से रामादल का संघर्ष होता है , मेघनाद और लक्ष्मण जी के भीषण युद्ध में मेघनाथ उनपर ब्रह्मास्त्र का प्रयोग करता है तो लक्ष्मण जी मूर्छित हो जाते हैं उन्हें शक्ति लग जाती है श्री राम अपने प्राणप्रिय भाई लक्ष्मण को मूर्क्षित देखकर चिंतित होते हैं श्रीलक्ष्मण के उपचार के लिए हनुमान जी लंका से सुषेण वैद्य को लेकर आते हैं और वैद्य द्वारा बताई गई संजीवन बूटी लेने के लिए हनुमान जी पूरा द्रोणागिरी पर्वत आकाश मार्ग से ले आते हैं । संजीवन बूटी के उपचार के बाद श्री लक्ष्मण जी तुरंत उठ बैठते हैं। आज की लीला में श्री राम प्रतीक दुबे , लक्ष्मण अक्षय मिश्रा , सीता सम्पूर्ण चतुर्वेदी , हनुमान दीपेश व्यास ,रावण सुभाष परसाई , विभीषण की भूमिका पुनीत पाठक ने निभाई । दशहरा मैदान पर विजयादशमी तक प्रतिदिन लीला का मंचन दिन में 4:30 बजे से सायंकाल 6 बजे तक ही होगा।
22 अक्टूबर रविवार को कुम्भकरण वध की लीला होगी जिसमें , कुम्भकरण के विशाल पुतले का सायंकाल दहन होगा ।