कटनी। जिले की सेवा सहकारी समिति के करीब पौने दो सौ किसानों और ग्राम पंचायत देवरी कला के किसानों को वर्ष 2020-21 की फसल बीमा की राशि का इस्योरेंस कंपनी द्वारा भुगतान न किए जाने की शिकायत संज्ञान में आते ही कलेक्टर कटनी अवि प्रसाद द्वारा किसानों को फसल बीमा राशि दिलाने प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। बहोरीबंद विधायक प्रणय पांडे एवम् ग्राम पंचायत देवरीकला के द्वारा तत्सम्बंध में कलेक्टर श्री प्रसाद को अवगत कराया गया। जिसके बाद कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा उप संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विभाग को उक्त इंश्योरेंस कंपनी से पत्राचार कर किसानों का भुगतान कराए जाने के संबंध में निर्देशित किया गया।
*बहोरीबंद विधायक ने किसानों की समस्या से कराया अवगत*
सेवा सहकारी समिति कुंआ तहसील बहोरीबंद के 393 कृषकों का फसल बीमा एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी के माध्यम से कराया गया था। जिसमें से 220 फसल बीमा की राशि ही प्राप्त हो सकी, जबकि 173 कृषकों को फसल बीमा की राशि प्राप्त नहीं हो सकी। जिसको लेकर किसानों में व्याप्त असंतोष के मद्देनजर बहोरीबंद विधायक प्रणय पांडे द्वारा किसानों की समस्या और शिकायत से कलेक्टर श्री प्रसाद को अवगत कराया गया। शिकायत के संज्ञान में आते ही कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा तत्काल उपसंचालक किसान कल्याण एवं कृषि विभाग को इस संबंध में कार्यवाही करने निर्देश दिए गए।
*ग्राम देवरी कला के किसानों को भी है सूखा राहत राशि की पात्रता*
इसी प्रकार रीठी विकासखंड की ग्राम पंचायत देवरी कला सरपंच और ग्राम पंचायत के किसानों ने कलेक्टर श्री प्रसाद से लिखित शिकायत करते हुए बताया कि उनके द्वारा वर्ष 2020-21 में फसल बीमा कराया गया था। जिसकी राशि का भुगतान अब तक उन्हें अप्राप्त है, जबकि उस समय उनकी फसल भी पकी नहीं थी। जिसकी वजह से वे भी सूखा राहत राशि की पात्रता रखते हैं। वही उनके पड़ोसी ग्रामों हरद्वारा, मढिया, सैदा, पटौन्हा, घनिया आदि ग्रामों में फसल बीमा का भुगतान कर दिया गया है। कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा उक्त शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्सम्बंध में भी कार्यवाही के लिए उपसंचालक किसान कल्याण एवं कृषि विभाग को निर्देश दिए गए।
*भुगतान के लिए लिखा पत्र*
कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश पर उपसंचालक किसान कल्याण एवं कृषि विभाग द्वारा क्षेत्रीय प्रबंधक एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, मध्य प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय एलआईसी आंचलिक कार्यालय भोपाल को दोनों ही प्रकरणों में किसानों की शिकायत का निराकरण कर फसल बीमा का भुगतान करने पत्र लिखा है।