बार गांव के ग्रामीण बोले-जब तक शराब की पैकारी बन्द नही होगी, बच्चों को नहीं भेजेंगे स्कूल
ढीमरखेड़ा विकासखंड के बार गांव में शराब के नशे में धुत एक युवक द्वारा सोमवार को आगनवाड़ी में पहुँचकर की गई अभद्र हरकत के बाद मंगलवार से अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल और आंगनबाड़ी नही भेजा।
आगनवाड़ी कार्यकर्ता गुलाब उपाध्याय, सहायिका यशोदा बाई ने बताया कि सोमवार को बार गांव का कैलाश आदिवासी आंगनबाड़ी केंद्र पहुँचा।शराब के नशे में अभद्रता करने लगा। खुद के कपड़े फाड़कर गंदी गंदी गालियां दिया।जिसकी शिकायत उन्होंने उमरियापान पुलिस थाना पहुँचकर किया।
ग्रामीणों ने बताया कि शासकीय प्राथमिक शाला बारगांव में स्कूल के पास उमेश चक्रवर्ती के द्वारा शराब बेची जाती हैं। शराब पीकर कुछ असामाजिक तत्व स्कूल और आगनवाड़ी पहुँचकर गाली गलौज करते हैं। सोमवार को हुई हरकत के बाद वे खुद अपने बच्चों को स्कूल-आगनवाड़ी नहीं भेजना चाहते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में स्कूल खुलेगा या फिर शराब की दुकान खुलेंगी। जब तक गांव में शराब की बिक्री होगी तब तक हम लोग अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे।ग्रामीणों ने बताया कि शिकायत के बाद भी आबकारी विभाग कार्रवाई नहीं करता है।बारगांव शाला प्रभारी नारायण मिश्रा ने बताया मंगलवार को हम और शिक्षक स्कूल पहुँचे।एक भी बच्चे स्कूल नही आये थे। जिसके बाद गांव में पहुँचकर अभिभावकों से चर्चा की,लेकिन अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने से मना कर दिया। ग्रामीण, अभिभावकों और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में पंचनामा तैयार किया। विभाग के अधिकारियों और उमरियापान पुलिस थाना में भी शिकायत की।
ढीमरखेड़ा बीआरसीसी प्रेम कोरी का कहना है कि हम बुधवार को स्कूल में पहुँचकर मामले की जानकारी लेकर अग्रिम कार्रवाई करेंगे।अभिभावकों से भी इस विषय को लेकर चर्चा की जाएगी।वहीं उमरियापान थाना प्रभारी अनिल काकड़े का कहना है कि बार गांव में शराब की अवैध बिक्री पर पैकारी चलाने वाले को गिरफ्तार कर पैकारी को बंद कराया गया है। अभद्रता करने वाले आरोपी के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
रिपोर्टर राजेंद्र कुमार चौरसिया ढीमरखेड़ा कटनी