नर्मदापुरम। जिले में 17 जुलाई को ‘स्कूल चलें हम अभियान 2023’ का शुभारंभ हुआ। ‘स्कूल चलें हम अभियान’ को जन आंदोलन में बदलने के लिए 17 से 19 जुलाई तक प्रदेश की समस्त शासकीय शालाओं में जन-समुदाय की सहभागिता में ‘भविष्य से भेंट’ कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। इसमें विद्यार्थियों के मार्गदर्शन के लिए समाज के विभिन्न क्षेत्रों के प्रसिद्ध प्रभावशाली, प्रबुद्ध एवं सम्मानित व्यक्ति,स्थानीय विशिष्ट व्यक्ति आदि प्रेरक की भूमिका में विद्यार्थियों से भेंटकर अपने अनुभवों को साझा करेंगे और बेहतर भविष्य के लिए प्रेरित करेंगे।
‘भविष्य से भेंट’’ कार्यक्रम के तहत सोमवार को सभी जिला अधिकारियों ने स्कूल में जाकर एक पीरियड पढ़ाया और बच्चों को शिक्षा के महत्व के प्रति जागरूक भी किया। साथ ही राज्य स्तरीय कार्यक्रम शाजापुर जिले का सजीव प्रसारण दूरदर्शन एवं आकाशवाणी सहित अन्य संचार माध्यमों से जिले की सभी शासकीय शालाओं में दिखाया गया। आज प्रथम दिवस 17 जुलाई को स्कूल चले हम अभियान के तहत नर्मदापुरम एसडीएम आशीष कुमार पांडेय ने भी स्कूल के बच्चो के बीच पहुंचे और अपने अनुभव साझा किए। और स्कूल के बच्चो को शिक्षा का महत्व बताया और उनके प्रेरक बने। इसी प्रकार क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्रीमती निशा चौहान शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला नर्मदापुरम में बच्चों को पढ़ाने स्कूल पहुंची । उन्होंने बच्चों ट्रैफिक नियमों का पालन करना सिखाया और बताया कि हमें सड़क पर किस प्रकार नियमों का पालन करते हुए चलना चाहिए। साथ ही उन्होंने बच्चों को अकबर और बीरबल का पाठ पढ़ाया जिससे हर परिस्थिति में एकजुट होकर सशक्त बनकर और अनुशासन में रहकर किस तरीके से काम करना चाहिए प्रेरणा दी और अपने अनुभव साझा किए। इसी प्रकार अपने सिवनी मालवा तहसील के प्रभारी तहसीलदार ललित सोनी ने भी शासकीय स्कूल में जाकर बच्चों को पढ़ाया और शिक्षा के महत्व के विषय में बताया और भविष्य में अच्छा नेतृत्वकर्ता बनाकर लीडरशिप क्वालिटी को भारतीय के विषय में बताया और उन्होंने अनुशासन में रहकर अपने और अपने परिवार के लिए प्रेरणा स्रोत बन सकते हैं का पाठ पढ़ाया। इस प्रकार उन्होंने बच्चों को शिक्षा का महत्व बताते हुए अपने जीवन में आदर्श बनाकर लक्ष्य प्राप्त करने के लिए शिक्षा एक सरल और आगे बढ़ने का मार्ग है का पाठ पढ़ाया। इस प्रकार आज जिले में कलेक्टर सहित विभिन्न अधिकारियों ने स्कूल चले हम अभियान के तहत आज स्कूल में बच्चों को पढ़ाया और अपने अनुभव बताएं और बच्चों के मार्गदर्शक सहित प्रेरक बने।