उमरियापान:- बीते दिनों मानसून शुरू होते ही लगातार हुई बारिश की वजह से ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र में एक सैकड़ा से अधिक गरीबों के कच्चे मकान गिरकर धराशायी हो गए हैं।उमरियापान के समीप हरदी ग्राम पंचायत के अमकुही गांव में मकान ढहने से कई परिवार घर से बेघर हो गए। अब वह लोग अपना जीवन यापन तिरपाल आदि के नीचे कर रहे हैं,या तो फिर एक दूसरे के यहाँ जुगाड़ कर रहे हैं। बारिश से कई गरीब ऐसे हैं जिनका कच्चा मकान गिरने से अंदर रखा घर- गृहस्थी का सामान दबकर नष्ट हो गया है। पीड़ित परिवारों को कहना है कि सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। बारिश में रहने के लिए अब हमारे पास कोई आसरा नहीं है। पटवारी ने सर्वे तक नही किया। पीड़ितों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। वहीं उमरियापान नायब तहसीलदार संदीप सिंह का कहना है कि पटवारियों को इसके लिए निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं। यदि पटवारी ने सर्वे नही किया तो भेजकर रिपोर्ट मंगाई जाएगी। प्रकरण दर्ज कर सहायता राशि देने की कार्रवाई की जाएगी।
1- अमकुही निवासी श्रीलाल पिता स्व बिहारी लाल गौंटिया ने बताया कि बारिश से कच्चा घर गिर गया है। एक ही कमरा था। अब रहने के लिए कोई भी जगह नही है। सामान भी पड़ा हैं। बारिश में और नुकसान हो रहा है।दिन में गांव में तो रात में कही भी छिपकर गुजारा कर रहे हैं।आवास योजना का लाभ मिला न तो कोई मदद मिली।
2- अमकुही गांव की ही गिरजा बाई रजक ने बताया कि बारिश के चलते उनका भी कच्चा मकान गिर गया है।अब यहाँ रहने की गुंजाइस नही है। दूसरे मकान में जाकर परिवार के साथ रह रहे हैं। मकान गिरने के बाद कोई जिम्मेदार झांकने पहुँचा न तो कही से सरकारी मदद मिली। आवास योजना का लाभ भी नहीं मिला।
3- अमकुही में ही सन्नी पिता रेवा प्रसाद गौंटिया ने बताया कि वह वह दिव्यांग हैं। एक ही मकान में परिवार के साथ माता-पिता की रहते थे। बारिश से मकान की दीवारें दोनों तरफ से गिर गई है। छप्पर भी नष्ट हो गया है। अब गुजारा करने के लिए जगह नहीं है। मदद की गुहार लगा रहे हैं लेकिन कोई मदद नही मिल रही है।सरकार की पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिला। पटवारी भी नहीं आये हैं। रहने के लिए दूसरा मकान न होने से गांव के एक सामुदायिक भवन में रहते हैं।
रिपोर्टर राजेंद्र कुमार चौरसिया ढीमरखेड़ा कटनी