रिपोर्टर सीमा कैथवास
नर्मदापुरम // प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान की सरकार किसान हितैषी होकर किसानों के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। किसानों को योजनाओं का लाभ भी मिल रहा है परंतु राजस्व से संबंधित मामलों में किसानों को परेशान होते हुए आए दिन देखा जा सकता है। जब किसान की तहसील स्तर पर उसकी समस्या का समाधान नहीं होता है तो वह जिला मुख्यालय पर कलेक्टर जैसे बड़े अधिकारी के पास अपनी गुहार लगाने के लिए मजबूर होता है। मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में माखन नगर तहसील के अंतर्गत ग्राम सांगाखेड़ा कला के किसान अंतराम पिता बाबूलाल पचौरी ने पटवारी द्वारा उनके खेत का सीमांकन नहीं किए जाने की शिकायत कर गुहार लगाई। फरियादी किसान ने बताया कि उनकी कृषि भूमि ग्राम सांगाखेड़ा कला में दर्ज है जिसका कुल रकबा 1.214 हेक्टेयर है। जिसके सीमांकन का आवेदन लोक सेवा केंद्र में 28 मार्च 2023 को दिया गया था। जिसे पटवारी द्वारा निरस्त कर दिया गया।
मैंने 30 मई 2023 को कलेक्टर की जनसुनवाई में आवेदन भी दिया लेकिन पटवारी ने उस आवेदन को भी निरस्त कर दिया। पटवारी द्वारा पैसों की मांग की जा रही है नहीं देने पर उसके द्वारा मेरी कृषि भूमि का सीमांकन नहीं किया जा रहा है। शिकायत में इस बात का भी आरोप लगाया गया है कि पटवारी ने मिलीभगत कर 40 डिसमिल भूमि को ही नक्शे से गायब कर दिया है। पीड़ित किसान ने कलेक्टर से गुहार लगाई है कि मेरी कृषि भूमि का सीमांकन करवाकर राजस्व निरीक्षण की सीमांकन रिपोर्ट, नक्शा, पंचनामा, फील्डबुक की नकल दिलाने की कृपा की जाए।