नो बुके जस्ट ए बुक : लघु उद्योग भारती ने भेंट की 150 किताबें
कटनी। कलेक्टर कटनी अवि प्रसाद की अनूठी और अनुकरणीय पहल “नो बुके जस्ट ए बुक” का गहरा प्रभाव लोगों पर पड़ रहा है। जहां एक ओर कलेक्टर श्री प्रसाद की अपील पर उनसे मिलने आने वालों के हाथ में अब बुके की बजाय बुक नजर आती है, तो यही दृश्य समारोहों व कार्यक्रमों में दिखता है जहां उनका स्वागत बुके की बजाय किताबों से किया जाता है।
*उपहार में मिली किताबों से विकसित हो रही लाइब्रेरी*
उल्लेखनीय है कि जिले के सभी छात्रावासों में लाइब्रेरी स्थापित करने का नवाचार कलेक्टर श्री प्रसाद के द्वारा किया जा रहा है। जहां वे जिला शिक्षा केंद्र और आदिम जाति कल्याण विभाग के संबंधित छात्रावासों में विभागीय और सीएसआर मद के जरिए पुस्तकालय को स्थापित कर रहे हैं तो साथ ही उन्हें उपहार में मिलने वाली पुस्तकों को इन लाइब्रेरी को विकसित करने के लिए प्रदान किया जा रहा है। जिनका अध्ययन कर छात्रावासी विद्यार्थी भाषा, बौद्धिक और साहित्यिक ज्ञान अर्जित कर रहे हैं।
*कलेक्टर की पहल अनुकरणीय*
कलेक्टर श्री प्रसाद की इस पहल से प्रेरित होकर आज बुधवार को लघु उद्योग भारती की कटनी जिला इकाई द्वारा 150 विभिन्न किताबें कलेक्टर श्री प्रसाद को भेंट की गई। जिनमें आध्यात्मिक, बौद्धिक और साहित्यिक ज्ञान से जुड़ी किताबें शामिल हैं। कलेक्टर श्री प्रसाद से कलेक्टर कार्यालय में लघु उद्योग भारती की जिला इकाई अध्यक्ष हरि सिंह भदौरिया, सचिव अमित सिंघई, मनीष सिंह, अजय सिंह, नीलेश विश्वकर्मा, अंतस सिंघई आदि ने मुलाकात कर उन्हें किताबें भेंट की, साथ ही उनके प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उनकी इस पहल को अनुकरणीय बताया।