जिले में ड्रग माफिया और नशीली दवाओं के सौदागरों पर कठोर कार्यवाही करने प्रशासन, पुलिस और संबंधित विभागों द्वारा जल्दी ही संयुक्त मुहिम चलाई जायेगी। यह निर्णय आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिला स्तरीय नार्को को-ऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक में लिया गया। पुलिस अधीक्षक टी के विद्यार्थी, नगर निगम आयुक्त स्वप्निल वानखड़े, अपर कलेक्टर शेर सिंह मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समर वर्मा तथा स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, अबकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी इस बैठक में मौजूद थे।
कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने बैठक में नशे के कारोबार पर सख्ती से लगाम लगाने प्रशासन, पुलिस और सभी संबंधित विभागों द्वारा संयुक्त मुहिम चलाये जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जिले में नशे के पदार्थेां और नशीली दवाओं के प्रवेश को रोकने के लिये किस माध्यम से ये यहां आ रहे हैं इसके स्त्रोतों का पता लगाकर कठोर प्रहार किया जाये। श्री सुमन ने इसके लिये सभी विभागों के अधिकारियों को आपस में सूचनायें साझा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बच्चे और युवा नशे की लत के शिकार न हों इसके लिये सभी को समन्वित प्रयास करने होंगे और कोशिश करनी होगी कोई भी नशे का करोबारी कानूनी शिकंजे से बच न पाये। उसके विरूद्ध ऐसी कार्यवाही हो कि इस कारोबार में लिप्त अपराधियों में कानून का खौफ पैदा हो।
पुलिस अधीक्षक टी के विद्यार्थी ने बैठक में बच्चों को नशे से दूर रखने स्कूलों और कॉलेजों के बाहर लगे चाय-पान के ठेलों की आकस्मिक जांच की मुहिम प्रारंभ करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी भी नशे की लत के शिकार हुये बच्चों का पता लगायें और उनसे सूचना प्राप्त कर पुलिस को इसकी जानकारी दें।
पुलिस अधीक्षक ने बैठक में नशीले इंजेक्शन की रोकथाम के लिए दवा दुकानों की आकस्मिक जांच की मुहिम शुरू करने पर भी जोर दिया। उन्होंने दवा दुकानों से बड़ी मात्रा में कफ सीरप खरीद कर ले जाने वालों पर भी नजर रखने के निर्देश पुलिस अधिकारियों और ड्रग इंस्पेक्टर को दिये।
बैठक में नशे के करोबार पर सख्ती से लगाम लगाने की दिशा में सूचना केन्द्र खोलने की बात भी कही गई ताकि आम नागरिक इस केन्द्र को नशे के सौदागरों नशीले पदार्थों के आने के स्त्रोतों के बारे में निडर होकर सूचनायें दे सकें। गांजा, भांग एवं कच्ची शराब के अवैध कारोबार पर भी सख्ती से लगाम लगाने के निर्देश अबकारी विभाग के अधिकारियों को दिये गये। इसी प्रकार नशा मुक्ति केन्द्र और अस्पतालों में ईलाज के आने वाले नशे के शिकार व्यक्तियों का डेटा एकत्र करने पर जोर दिया गया।
बैठक में पिछले कुछ दिनों में नशे के कारोबारियों पर हुई कार्यवाही तथा उनके अवैध निर्मार्णों को ध्वस्त करने की हुई कार्यवाही का भी जिक्र किया गया। पुलिस अधीक्षक ने बैठक में कहा कि नशे के कारोबारियों पर इस प्रकार की कार्यवाही लगातार जारी रहेगी, ताकि युवा पीढ़ी का भविष्य बर्बाद होने से रोका जा सके।