घर से गुमशुदा बच्ची का शव जंगल में मिला परिजनों को हत्या का शक
रिपोर्टर – राकेश यादव
घर से गुमशुदा बच्ची का शव जंगल में मिला परिजनों को हत्या का शक
घटनास्थल के समीप मिले कपड़े, इंसानी भेड़िये या जंगली जानवर की करतूत
देवरीकला।।देवरी थाना अंतर्गत ग्राम बासनी में विगत 3 दिन पूर्व वैवाहिक कार्य6म के दौरान घर से गुमशुदा हुई 9 वर्षीय आदिवासी बालिका का शव पुलिस द्वारा ग्रामीणों की सूचना पर घटनास्थल से लगभग 1 किलोमीटर दूर जंगल में एक सूखे नाले से क्षत विक्षित बरामद किया गया है।
घटना स्थल के समीप ही बालिका के कपड़े भी बरामद किये गये है। मामले में परिजनों द्वारा बालिका की हत्या का अंदेशा जाहिर किया है वही पुलिस मामले में पोस्टमार्टम रिर्पाेट का इंतजार कर रही है। मामले की सूचना के बाद एडीशनल एसपी सहित पुलिस अधिकारियों ने द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर मामले की जानकरी ली है। इस दौरान वन विभाग का अमला भी मौके पर उपस्थित रहा।
परिजनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत 28 अप्रेल की रात्रि में देवरी थाना अंतर्गत ग्राम बासनी निवासी अच्छेलाल गौड़ और श्रीमति वंदना गौड़ की 9 वर्षीय बालिका सैफाली घर के गुमशुदा हो गई थी। परिजनों के मुताबिक उस दिन उनके घर में लग्नोत्सव कार्यक्रम था मेहमानों की आवभगत और ग्रामीणों की भीड़ और बाजे-गाजे के शोर में वह बालिका की सुध नही ले सके थे।
रात्रि में लगभग 10 बजे उसे परिजनों द्वारा अंतिम बार देखा गया था। लग्नोत्सव के बाद बालिका की माँ ने उसे ढूढ़ा और कई बार पुकारा परंतु कोई उत्तर न मिलने पर वह उसे घर में मेहमानों की भीड़ में कही सोया मानकर अपने काम मे लग गई। 29 अप्रेल की सुबह परिजनों को वह घर और आप पड़ोस में नाते रिश्तेदारों के यहाँ भी नही मिली इसके बाद ग्रामवासी उसे आसपास पूरे इलाके में ढूढ़ते रहे।
दिन भर की तलाश के बाद उनके द्वारा रात्रि में देवरी पुलिस थाना आकर मामले की सूचना दी गई जिस पर पुलिस द्वारा गुम इंसान कायम कर प्रकरण विवेचना में लिया गया।
सूखे नाले की रेत में मिला क्षत-विक्षत शव
परिजनों के मुताबिक विगत 1 मई शाम को गांव के ग्रामीण सीताराम द्वारा जंगल से गुजरते समय दुर्गन्ध के चलते वहाँ जाकर देखा गया तो एक शव पाया गया जिसकी सूचना परिजनों को दी गई थी। जिसके बाद पहुँची थाना पुलिस द्वारा परिजनों की निशानदेही पर बालिका का शव बरामद किया गया है। जिसके शरीर के निचले हिस्से को जंगली जानवर द्वारा क्षत विक्षित कर
दिया गया था।
जिसे पुलिस द्वारा पेनल पोस्टमार्टम के लिए रात्रि में ही बीएमसी सागर भेजा गया और 2 मई को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस की उपस्थिति में परिजनों द्वारा शव को अंतिम संस्कार कर दफनाया गया। मामले पुलिस पोस्टमार्टम रिर्पाेट के आने का इंतजार कर रही है जिससे मृत्यु के कारणों का खुलासे और अन्य तथ्य सामने आने की उम्मीद है।
परिजनो को इंसानी भेड़िये पर शक, जंगली जानवर भी जांच के दायरे में
मामले में पुलिस मासूम बालिका की मृत्यु के कारणों का पोस्टमार्टम रिर्पाेट के इंतजार की बात कह रही है वही मामले में अधिकारियों द्वारा जंगली जानवर की हरकत की ओर भी इशारा किया जा रहा है। परंतु घटनास्थल से 1 किलोमीटर दूर इंसान को खीच ले जाना किसी छोटे जानवर द्वारा संभव नही है ऐसे में किसी बड़े जानवर की उपस्थिति इस जंगली इलाके में निवासरत ग्रामीणों के लिए बड़ी चिंता का सबब हो सकती है।
वैवाहिक कार्यक्रम और बाजे-गाजे के शोर के बीच किसी जंगली जानवर द्वारा ऐसी घटना को अंजाम दिये जाने की बात भी ग्रामीणों के गले नही उतर रही है। वही बालिका के माता-पिता एवं परिजन खुले रूप में इसे हत्या और दुष्कर्म से जोड़कर
आशंका व्यक्त कर रहे है। उन्हे आशंका है कि समाज में छिपे किसी इंसानी भेड़िये द्वारा ही इस वारदात को अंजाम दिया गया है।
परिजनों के मुताबिक घटना स्थल के पास से ही बालिका के आधे कपड़े बरामद हुए है शेष कपड़े अब भी गायब है। इस गंभीर मामले में किसी निर्णय पर पहुँचा जाना संभव नही उम्मीद है कि पोस्टमार्टम रिर्पाेट में मृत्यु के कारण एवं घटना से जुड़े तथ्य
सामने आने से मामले का खुलासा होगा।
क्या कहते है अधिकारी
मामले के संबंध में थाना प्रभारी श्रीमति उपमा सिंह का कहना है कि विगत 29 अप्रेल को थाना अंतर्गत ग्राम बासनी निवासी अच्छेलाल गौड़ की 9 वर्षीय पुत्री के गुमशुदा होने संबंधी सूचना पुलिस थाने में परिजनों द्वारा दी गई थी। जिसमें पुलिस द्वारा गुमशुदा की लगातार सर्च की जा रही थी विगत 1 मई को रात्रि में प्रार्थी के घर से दूर जंगल में एक नाले में उक्त बालिका का शव मिला है जिसे जंगली जानवरों द्वारा खाया गया था।
मामले में पेनल पोस्टमार्टम कराया गया है जिससे रिर्पाेट प्राप्त होने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। परिजनों की आशंका के संबंध में उनका कहना है कि परिजनों द्वारा ऐसे किसी भी बयान पुलिस को नही दिये गये है।