नामांतरण शाखा में पदस्थ बाबू को 55 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा, लोकायुक्त टीम के साथ झूमाझटकी
भिंड नगर पालिका की नामांतरण शाखा में पदस्थ बाबू को शुक्रवार को लोकायुक्त की टीम ने 55 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। बाबू के द्वारा नामांतरण कराए जाने के नाम पर एक लाख रुपये की मांग फरियादी से की गई थी, जिसके बाद 55 हजार रुपये में सौदा पक्का हुआ था।इतना ही नहीं भिंड नपा में कार्रवाई करने पहुंची लोकायुक्त की टीम के साथ नपा में झूमाझटकी हो गई। मामला बिगड़ता देख सिटी कोतवाली और देहात थान पुलिस मौके पर पहुंची
जानकारी के मुताबिक भिंड के रहने वाले विपिन पुत्र प्रभात जैन निवासी किला रोड ने तीन दिन पहले लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की थी कि नगर पालिका भिंड में मैंने मकान के नामांतरण किए जाने को लेकर आवेदन किया है। यहां तैनात क्लर्क अजय राजावत द्वारा एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है।
इस शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने फरियादी के साथ नामांतरण शाखा के क्लर्क की आवाज टैप कराई गई। मामला रिश्वत मांगने का पुष्ट होने पर लोकायुक्त पुलिस ने आवेदक के साथ मिलकर नामांतरण शाखा के बाबू को ट्रैप किए जाने का जाल बिछाया।
आवदेक जैन ने शुक्रवार को नामांतरण के तौर पर दी जाने वाली रिश्वत का टाइम फिक्स किया। क्लर्क ने नगर पालिका में आवेदक को बुलाया। क्लर्क राजावत ने आवेदक जैन से 55 हजार रुपये लिए। इधर बाहर लोकायुक्त पुलिस रिश्वत लेने के बाद आवेदक के इशारे का इंतजार कर रही थी।
तभी लोकायुक्त पुलिस ने छापा मारा और क्लर्क को रंगे हाथों दबोच लिया। क्लर्क के दोनों हाथों को धुलवाया गया। इसके बाद लोकायुक्त पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।
बता दें कि इस केस को लोकायुक्त की इंस्पेक्टर रानी लता नामदेव देख रही थीं। कार्रवाई के दौरान डीएसपी प्रद्युमन पाराशर, डीएसपी राघवेंद्र तोमर, डीएसपी राघवेंद्र ऋषीश्वर, हेड कांस्टेबल हेमंत शर्मा, देवेंद्र पवैया, बलवीर सिंह, कांस्टेबल आरिफ खान, अंकित शर्मा, राजेंद्र, विशंभर भदौरिया मौजूद रहे।