देखिए वीडियों- अंधे हत्याकाण्ड का खुलासा , बीमा की राशि एवं पैतृक जमीन हडपने के एवज मे भाई ने की सगे भाई की हत्या
दमोह जिले के बटियागढ थाना अंर्तगत दिनांक को 24.04.23 को बडी चिराई के पास स्थित जंगल में एक व्यक्ति का शव मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी । उक्त शव की पहिचान सुरेंद्र सिंह पिता मुकुन्द सिंह निवासी ग्राम अगारा की टपरिया के रूप में हुई । पुलिस एवं एफएसएल टीम के द्वारा मौके पर पहुँचकर घटना स्थल एवं शव का निरीक्षण किया गया । निरीक्षण पर प्रथम दृष्टया मृतक की आर्म्स फायर से गोली मारकर हत्या करना पाया गया । जिससे मृतक के चचेरे भाई साहब सिंह निवासी अगारा की टपरिया की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूध्द थाना बटियागढ में अपराध क्रमांक 132 / 23 धारा 302 भा 0 द 0 वि 0 पंजीबध्द किया जाकर विवेचना में लिया गया । श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय के द्वारा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये अज्ञात आरोपी के विरूध्द ईनाम उदघोषित किया गया ।
प्रकरण की विवेचना के दौरान संकलित साक्ष्य मृतक के मोबाईल नंबर की कॉल रिकार्ड्स , परिस्थितिजन्य सात्य आदि के आधार पर मृतक के छोटे भाई वीरेंद्र सिंह पर संदेह होना पाया गया । जिससे मृतक के भाई वीरेंद्र सिंह से हितमातमली से सघन पूछताछ की गई जिसके द्वारा अपने साथी भान सींग निवासी धौराज के साथ मिलकर अपने बड़े भाई सुरेंद्र सिंह की हत्या करना स्वीकार किया गया । आरोपी वीरेंद्र सिंह के द्वारा बताया गया कि मेरा बडा भाई सुरेंद्र सिंह शराब एवं गाँजा पीने का आदि था जिससे वह घर पर अनावश्यक वाद – विवाद करता रहता था तथा उसके कारण मैं कर्जे में दूब गया था । जिससे मैंने करीबन 06-07 माँह पहिले एक योजना बनाई थी जिसके चलते मैंने अपने बड़े भाई सुरेंद्र सिंह एवं भाभी का बीमा करा दिया था जिसकी मैं किश्त भर रहा था मैंने सोचा कि , भाई की चुपचाप हत्या कर दूंगा तो बीमा की लाखो रूपये की राशि एवं पैतृक जमीन मुझे मिल जायेगी और भाई की शराबखोरी से भी छुटकारा मिल जायेगा । इसी के चलते मैंने दिनांक 22.04.23 को अपने साथी भान सींग के साथ मिलकर बडी चराई के पास स्थित जंगल में अपने भाई सुरेंद्र सिंह , साथी भान सींग के साथ शराब पी और मौका देखकर भाई सुरेद्र सिंह को अपने साथ मे लिये बारह बोर के कट्टे से गोली मार दी और फिर पुष्टि के लिये मैने और भान सींग ने सुरेंद्र का तोलिया से गला दबा दिया । किसी को मुझ पर संदेह नहीं हो तो फिर मैंने और भान सींग ने सुरेंद्र का मोबाईल फेक दिया एवं देशी कट्टा छुपा दिये और चुपचाप अपने अपने घर चले गये थे । फिर अगले दिन अपनी माँ को भेजकर अपनी भाई की गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना में करवा दी थी
प्रकरण में आरोपी वीरेंद्र सिंह पिता मुकुंद सिंह लोधी उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम अगारा की टपरिया एवं आरोपी भान उर्फ चंद्रभान सिंह पिता चंदन सिंह लोधी उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम धौराज थाना बटियागढ की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त बारह बोर का देशी कट्टा , एक जिंदा कारतूस घटना स्थल तक आने जाने मे प्रयुक्त एक मोटरसाईकिल को एवं अपने भाई – भाभी के कराई गई बीमा पालिसी एवं रसीद को जप्त किया गया है तथा आरोपियों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में न्यायिक अभिरक्षा हेतु पेश किया गया है ।
श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय श्री राकेश कुमार सिंह के मार्गदर्शन एवं श्रीमान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय श्री शिवकुमार सिंह तथा श्रीमान एसडीओपी महोदय पथरिया श्री आर . पी . रावत के नेतृत्व में निम्न पुलिस अधिकारी / कर्मचारीयो के द्वारा उक्त अंधेहत्याकाण्ड के आरोपियों को पकड़ने में उत्कृष्ट एवं प्रशंसनीय कार्य किया गया : – उप निरीक्षक सोनाली जैन थाना प्रभारी बटियागढ , उप निरीक्षक पी डी दुबे , उप निरी . पूरन सिंह , प्र . आर . नर्मदा पटैल , प्र.आर. सौरभ टण्डन , प्र . आर . राकेश अठ्या , आर . अक्षय मिश्रा , आर पवन तिवारी , आर . संकेत तिवारी , आर पवन यादव , आर हरिसिंह की उल्लेखनीय भूमिका रही ।