रिपोर्टर सीमा कैथवास
सिवनी मालवा। सिवनी मालवा क्षेत्र में मूँग फसल में नहर के पानी और बिजली की समस्या से परेशान बिसौनी,कोठरा,जिरावैह, भीमगाँव,चापादेवड़ी, शिवपुर, थुआ,निरखी,चौकी, देठी, गंजाल, गुरंजघाट,घाना,रानीपुर, पगढाल गोलगाँव सहित अन्य गाँव के किसानों ने एकजुट होकर नर्मदापुरम हरदा हाईवे पर आम आदमी पार्टी के किसान नेता समित पटेल के नेतृत्व में पगढाल टोल पहुँचे । जहां गाँव गाँव से आये किसानों ने एक एक करके अपनी बात रखी और सरकार को पिछले 2 महीने से दिये गये आवेदन और माँग जो जल और बिजली वितरण से पहले विभाग से की गई थी उन विषयो पर समीक्षा चाही तो प्रशासनिक अधिकारी उसका उत्तर नहीं दे पाये। किसानों ने वन टू वन चर्चा की जिसमें सिंचाई विभाग बिजली विभाग के अधिकारी कोई यथोचित उत्तर नहीं दे पाये और लगातार किसानों को गुमराह करते रहे बार बार एक ही शब्द
विभाग द्वारा कहा हम व्यवस्था करके सुधार करते है जिस पर किसान तैयार नहीं हुए और मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री का पुतला दहन किया। इसके बाद किसानों ने रोड पर ही रामायण जी निकालकर सुंदरकांड का पाठ किया और चक्का जाम किया। अधिकारियों ने बार-बार किसानों को मनाने का प्रयास किया लेकिन किसानों ने बस एक ही बात कही कि यह हमारी मांगे नहीं है यह हमारे अधिकार हैं जो हम लेने आए हैं और लेकर ही जाएंगे, जब तक हमारे अधिकार की 10 घंटे बिजली और क्षेत्र की सभी नहरों में गेज बड़ाकर पानी नहीं दिया जाता हम यहां से नहीं जायेंगे,हम हमारे हक के लिए हर लड़ाई लड़ेंगे और अपना हक लेकर ही जायेंगे। सिवनी मालवा की नहरों में पानी नहीं मिल रहा है वही हरदा क्षेत्र में मंत्री कमल पटेल के प्रभाव के चलते पूरा पानी हरदा के नदी नालों तक बह रहा है मंत्री होकर भी कमल पटेल सिवनी मालवा के साथ पक्षपात कर अपने पद का दुरुपयोग करके सिवनी मालवा को उसके हक के पानी से वंचित रख रहे हैं जिसका हम किसान विरोध करते हैं और मुख्यमंत्री को हस्तक्षेप करने की मांग करते हैं।6 घंटे चले घटना क्रम में अधिकारियों ने अपने उच्चाधिकारियों से चर्चा कर किसानो की सभी बाते मानी जिनमें बिजली तत्काल प्रभाव से पगधाल गुरंजघाट क्षेत्र में 10 घंटे मिलेगी,शिवपुर और अर्चनागांव क्षेत्र में 8 घंटे मिलेगी क्योंकि 4 घंटे भिलाडीघाट इंटकवेल को देना पड़ता है,ऐसा लिखित आदेश लिया। नहर विभाग द्वारा सभी माइनरो को तत्काल से उनके तय गेज से चलाया गया साथ ही अब छेड़छाड़ न हो जिसके लिए बुधवार को नहर विभाग में पीड़ित किसानों की नहर विभाग एस ई और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित होगी और उसमें लिखित रूप में जो वादे अधिकारियों ने किए उस पर अमल होगा। इसके बाद किसानों ने सुंदरकांड कर आरती की और नहर विभाग और बिजली विभाग को चेतावनी दी कि अगर आप अपनी बात पर कायम नहीं रहे तो 15 अप्रैल को हम सभी किसान पूरे क्षेत्र में आंदोलन करेंगे।