रिपोर्टर राजेंद्र चौरसिया
कटनी ढीमरखेड़ा विकासखंड अंतर्गत निर्मित दो बड़े जलाशयों में पानी की आवक बढ़ाने के लिए आई मांग पर कलेक्टर कटनी अवि प्रसाद द्वारा जल संसाधन संभाग कटनी को इसके लिए संभावना तलाश करने हेतु निरीक्षण करने निर्देशित किया गया था। कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश के परिपालन में जल संसाधन संभाग द्वारा क्षेत्र के दोनों बड़े जलाशयों का निरीक्षण कर पालन प्रतिवेदन कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया है।
जंगली और पहाड़ी नालों से जलाशयों को जोड़ने की गई थी मांग
ढीमरखेड़ा के अभिलाष कश्यप द्वारा मांग की गई थी कि क्षेत्र में निर्मित दोनों बड़े जलाशयों बिछुआ जलाशय और झिन्ना जलाशय(सिमरहा जलाशय) को जंगली और पहाड़ी नालों से जोड़ दिया जाए जिससे जलाशयों में पानी की आवक होने लगेगी और क्षेत्र को पानी की समस्या से निजात मिल सकेगा। इस मांग पर कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा कार्यपालन यंत्री जल संसाधन संभाग कटनी को इस हेतु संभावना तलाशने निरीक्षण के निर्देश दिए थे।
व्यापक सर्वे उपरांत तैयार किया जाएगा प्राकल्लन
निर्देशों के परिपालन में अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन आरके परौहा द्वारा दोनों जलाशयों का स्थानीय सरपंचों, स्टाफ और ग्रामवासियों के साथ निरीक्षण किया गया। बिछुआ जलाशय के निरीक्षण में पाया गया कि जलाशय की मेड़ टूटी है और शीर्ष कार्य में भी जीर्णाेद्धार की आवश्यकता है। नहर प्रणाली भी क्षतिग्रस्त पाई गई। जिनकी मरम्मत में अभी काफी समय लगेगा। वहीं झिन्ना जलाशय के निरीक्षण में यह पाया गया कि इस जलाशय से जोड़े जा सकने वाले नाले में रुकाल दिया गया है और नाले को को – डायवर्सन चौनल तैयार कर बांध में जोड़ दिया जाए तो जलाशय में पानी भरने लगेगा जिससे क्षेत्र की पानी की समस्या का निजात हो सकता है। लेकिन दोनों की कार्यों के लिए व्यापक सर्वे कराया जा रहा है जो प्रगति पर है। सर्वे उपरांत ही इसका प्राकल्लन तैयार किया जा सकता है