रिपोर्टर – राकेश यादव
देवरी कला आदिवासी अंचल केसली के ग्राम खमरिया नन्ही देवरी में क्षेत्र का सबसे बड़ा होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी संदीप जैन बबलू सिनेमा का धूमधाम के साथ अखाड़ों के अगवाई में गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस दौरान संदीप जैन बबलू सिनेमा ने बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों जनपद सदस्य सरपंच आदि का शाल श्रीफल पगड़ी और मोती माला पहना कर सम्मान किया।
इस दौरान आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजसेवी संदीप जैन बबलू ने कहा कि मेरे जीवन का लक्ष्य जनसेवा है और नर सेवा नारायण सेवा के जरिए वह देवरी क्षेत्र के लोगों की सेवा के लिए समर्पित रूप से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों द्वारा बार बार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उत्साहित किया जा रहा है लोगों का कहना है कि 70 साल में ऐसा जनसेवक नहीं देखा है। उन्होंने कहा कि लोगों का ऐसा ही आशीर्वाद रहा तो वह क्षेत्र की सेवा निरंतर करते रहेंगे। उन्होंने कुछ पंक्तियों सुना कर अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ नेता गीली लकड़ी की तरह होते हैं ना जलते हैं ना बुझते हैं ,बस धुआ ही करते रहते हैं। कार्यक्रम के आयोजक कृपाल सिंह ने कहा कि अबकी बार देवरी क्षेत्र की जनता जनसेवा के रूप में संदीप जैन बबलू को विधायक के रुप में देखना चाह रही है क्योंकि बबलू भैया ऐसे हैं जो स्वयं के खर्च पर जनता के बीच जाकर कार्यक्रम करते हैं और लोगों की मदद करते हैं। इस दौरान मंच से वक्ताओं ने संदीप जैन बबलू सिनेमा द्वारा देवरी विधानसभा क्षेत्र में किए गए विभिन्न समाज सेवा के कार्य की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मी कांत दुबे ने किया।
इनका किया सम्मान:
ग्राम खमरिया नन्ही देवरी में होली मिलन समारोह में जनपद सदस्य मदन घोसी पहलाद पटेल सरपंच पहलाद आदिवासी गोविंद सिंह राजपूत जनपद सदस्य टड़ा, जनपद सदस्य बलदाऊ सिंह लोधी ,राजकुमार लोधी उत्तम सिंह आदिवासी सीताराम कुर्मी नर्मदा प्रसाद लोधी अनिल जैन बरकोटी भरत यादव सरपंच राजा राम ठाकुर नारायण ठाकुर पिपरिया अंकुश चौहान सरपंच बरकोटी एवं वरिष्ठ नागरिकों का समाजसेवी संदीप जैन बबलू ने साल श्रीफल एवं मोती माला और पगड़ी पहनाकर सम्मान किया गया।
देर रात्रि तक लोक गीतों ने समां बांधा:
होली मिलन समारोह में रात्रि करीब 2 बजे तक जयसिंह राजा पार्टी ललितपुर यूपी के बुंदेली लोकगीतों एवं लोक नृत्य राई का प्रदर्शन किया गया जिसमें करीब 5000 से अधिक लोगों ने आनंद उठाया।