रिपोर्टर – राकेश यादव
देवरी कला। ग्राम बिजोरा में एक किसान की मकान निर्माण में घटिया सीमेंट के कारण 3 दिन बाद पूरे लेंटर में जगह जगह पापड़ की तरह चटक गया और बड़े-बड़े क्रेक्स आ गए। एक किसान ने घटिया किस्म की अल्ट्राटेक सीमेंट होने का आरोप लगाया है। सोमवार को अल्ट्राटेक सीमेंट के डीलर और मोबाइल लैब इंजीनियर टीम ने बढ़िया सीमेंट के नमूने लिए।
ग्राम बिजोरा के किसान वरुण पाठक ने बताया कि देश की नंबर वन सीमेंट का दावा करने वाली अल्ट्राटेक कंपनी ने उनका विश्वास तोड़ दिया है। उन्होंने बताया कि 2820 स्क्वायर मीटर में उनके मकान का लेंटर कराने के लिए चमन हार्डवेयर देवरी से 220 सीमेंट की बुलाई थी जिसमें 206 बोरियों का लेंटर में उपयोग किया गया। 4 मार्च को लेंटर होने के बाद पूरे मकान में बड़ी संख्या में क्रेक्स आना शुरू हो गए पूरा लेंटर मैं पानी का रिसाव होने लगा जिसकी शिकायत उन्होंने डीलर प्रदीप पटवा चमन हार्डवेयर से की। उन्होंने आरोप लगाया कि जो अल्ट्राटेक सीमेंट उनके यहां पहुंची है वह डुप्लीकेट और घटिया थी जिसमें 2 किस्म की सीमेंट की बोरियां निकली है कुछ बोरिया मिट्टी के पाउडर जैसी थी और कुछ बोरियां मैं सीमेंट ग्रे कलर की थी। मिट्टी के पाउडर जैसी सीमेंट का उपयोग लेंटर में जहां जहां भी हुआ है वहां वहां क्रेक्स आए हैं वही ग्रे कलर के सीमेंट का उपयोग जहां हुआ है वहां क्रेक्स नहीं आए। उन्होंने कहा कि घटिया सीमेंट के कारण उनके मकान की छत की ढलाई का काम खराब हो गया है और उन्हें 5 से 6 लाख रूपए खर्च किए हैं जिसमें मजदूरी और सेंटिंग का खर्च अतिरिक्त है। अल्ट्राटेक कंपनी की लापरवाही से उनका नुकसान हुआ है जिसका हर्जाना दिया जाना चाहिए। वही अल्ट्रा ट्रैक सीमेंट कंपनी के मोबाइल लैब टीम के इंजीनियर पहलाद साहू ने बताया कि सीमेंट को देखकर नहीं बताया जा सकता है कि सीमेंट में क्या खराबी है इसका क्यूटेस्ट करना पड़ता है जिसकी प्रक्रिया 3,7 और 28 दिन टेस्टिंग के बाद पता चलती है कि क्या खराबी है। इसके बाद उन्होंने सीमेंट के क्यूटेस्ट के नमूने लिए।
इस संबंध में चमन हार्डवेयर देवरी के अल्ट्राटेक सीमेंट डीलर प्रदीप पटवा का कहना है कि 3 मार्च को मैहर से अल्ट्राटेक सीमेंट का एक ट्रक आया था जिसमें 220 बोरी वरुण पाठक के यहां भेजी थी उनके द्वारा सीमेंट में गड़बड़ी की शिकायत की गई शिकायत के बाद कंपनी की इंजीनियरिंग टीम बुलाई गई जिसकी जांच की जा रही है की सीमेंट में क्या गड़बड़ी है।
वाईट– प्रदीप पटवा डीलर
वाईट– वरुण पाठक किसान
वाईट– इंजीनियर पहलाद साहू