सीमा कैथवास की रिपोर्ट
नर्मदापुरम। जिला न्यायालय के समस्त अधिवक्तागण मंगलवार 7 मार्च को भी न्यायालीन कार्य से विरत रहे। वही 6 मार्च और 7 मार्च को अधिवक्ताओं के कार्य से विरत रहने के कारण विभिन्न न्यायालयों के करीब 555 प्रकरणों में सुनवाई नहीं हो सकी। जिसके चलते पक्षकार परेशान रहे और न्यायालीन कार्य प्रभावित हुए। अधिवक्ताओं के कार्य से विरत रहने का कारण हाईकोर्ट का वह आदेश जो 25 आपराधिक व सिविल प्रकरणों का 66 दिनों में निराकरण करने का है। अधिवक्ता संघ सचिव मनोज जराठे ने बताया कि इस दौरान अधिवक्ता संघ अध्यक्ष केके थापक, सहसचिव सुरेन्द्र सिंह राजपूत, कार्याकारणी सदस्य सीके कुरापा वरिष्ठ अधिवक्ता केके जराठे, एसएस पटेल, जीआर सराठे, रामराज सिंह ठाकुर, सरिता दुबे, विजया कदम, दीलिप नामदेव, रोहित पालीवाल, रमन पालीवाल, बलवंत सिंह ठाकुर, राजा चौहान रामकुमार दुबे, कैलाश राजपूत, कल्पेश दुबे, माधव हर्णे, ,विश्वास सोनी, भागीरथ मीना, विकास यादव, जितेन्द्र कोशिक, प्रमोद यादव, दीपक सोन, आनंद गिरी, राकेश बाथरे, राकेश शर्मा, सुंदरलाल वर्मा, ललित अहिरवार, धर्मेन्द्र बेन, रसिद खान मोहित पंवार, सौरभ तिवारी आदि मौजूद रहे।