सीमा कैथवास की रिपोर्ट
नर्मदापुरम । जिला मुख्यालय पर प्रशासनिक अधिकारियों का लाव लश्कर होने के बावजूद शहर की सड़कें अब विभिन्न प्रकार के अतिक्रमण की चपेट में आ गई है, सड़कें सकरी हो गई हैं और लोगों का सड़क पर वाहन के साथ चलना दूभर हो गया है। इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एवं जागरूक नागरिक पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भवानीशंकर शर्मा ने कलेक्टर को पत्र लिखकर सड़क किनारे मंदिर बनवाने की अनुमति देने बाबत एक आवेदन दिया है। जिसके बाद से प्रशासनिक महकमे में खासी हलचल शुरू हो गई है। श्री शर्मा ने अपने पत्र में लेख किया है कि उपरोक्त विषय में हमारे शहर नर्मदापुरम की यह तासीर रही है कि नागरिकों को सभी सुविधाएं सडक पर मिलना चाहिए। इसलिये मंदिर के दर्शन सहित सब्जिया तथा अन्य दैनिक उपयोगी वस्तुए सड़क के किनारे उपलब्ध है। जिससे अपने वाहन में बैठे-बैठे लोग सामग्री सब्जी आदि क्रय कर सके तथा मंदिर में ईश्वर के दर्शन कर सके। वर्तमान में सड़क किनारे मुख्य सड़को पर कई मंदिर बने है तथा बन रहे है। इसी तारतम्य में पिपरिया एवं इटारसी की तरफ मंदिर नहीं होने से लोगों की सुविधा हेतु कि चलते-चलते तथा कार में बैठे-बैठे लोग भगवान के दर्शन कर सके।कृपया हमें सरकारी पीडब्ल्यूडी विभाग की सड़क किनारे मंदिर बनवाने की अनुमति देने का कष्ट करें। जिससे सड़क किनारे मंदिर निर्माण से शासन को भी फायदा होगा कि भविष्य में ट्रैफिक के दबाव में सड़क चौड़ी नहीं हो सकेगी जिससे निर्माण लागत बचेगी तथा सकरी सडक होने से मरम्मत में भी कम खर्च होगा। कृपया जनता एवं शासन के हित में मंदिर निर्माण की अनुमति देने का कष्ट करें। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भवानीशंकर शर्मा द्वारा लिखी गई चिट्ठी जो समाज और प्रशासनिक स्तर पर काफी गंभीर विषय की ओर इंगित करती है।