लूट की घटना में जब जांच पड़ताल की तो मामला मारपीट में बदल गया देवरी सागर मध्यप्रदेश
रिपोर्टर – राकेश यादव
देवरी कला/गौरझामर।। ग्राम नया नगर में 80 वर्षीय वृद्ध बाबूलाल राजपूत द्वारा अपने रिश्तेदारों पर मारपीट और ₹45000 नगदी एवं सोने चांदी के जेवरात लूटने की घटना की शिकायत एसडीओपी देवरी के यहां की थी। इस मामले में जब एसडीओपी पूजा शर्मा ने घटना से संबंधित सभी पक्षों को बुलाकर जांच पड़ताल की तो मामला मारपीट में बदल गया।
फरियादी से हम सभी के समक्ष अपनी शिकायतों मुकर गया और कहने लगा उसके साथ कोई लूटपाट नहीं हुई है और ना ही मारपीट। फिर भी गौरझामर पुलिस ने हाथ में चोट के निशान पाकर 3 लोगों के विरुद्ध मारपीट का मामला दर्ज किया है।
इस मामले में वृद्ध बाबूलाल राजपूत के रिश्तेदार गुड्डू पंडा उर्फ तरवर राजपूत ,चंद्रभान राजपूत निवासी नया नगर ,शारदा रजक निवासी घोसी पट्टी कार चालक आदि ने पुलिस अधीक्षक सागर एवं एसडीओपी देवरी के यहां आवेदन देकर इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि हम लोगों को पुरानी रंजिश को लेकर अपहरण लूटपाट और मारपीट के झूठे मामले में फंसाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। जबकि उनके द्वारा वृद्ध बाबूलाल के साथ ना मारपीट की गई और ना ही उनके साथ किसी भी तरह की लूट की घटना को अंजाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि बाबूलाल द्वारा बार-बार फोन किए जाने पर वह नो फरवरी को इलाज के लिए सुल्तानगंज ले गए थे और सुरक्षित उनके घर पर छोड़ कर चले गए थे। गुड्डू पंडा का कहना है कि बाबूलाल के भाई जगदीश राजपूत से उनकी पुरानी रंजिश है और वह झूठी शिकायतें करके मुझे बदनाम कर रहे हैं और अपराधिक मामले में फसाने का षड्यंत्र रच रहे हैं। कार चालक शारदा रजक ने बताया कि वह सुरक्षित बाबूलाल को इलाज के लिए लेकर गए थे और उनके साथ किसी भी तरह की घटना नहीं हुई है। बृज बाबूलाल के रिश्तेदार चंद्रमा राजपूत का कहना है वह मेरे जीजा हैं और 35 साल से उनकी सेवा करता आया हूं उनको मेरी तरफ से कभी कोई परेशानी नहीं हुई लेकिन वह अपने परिवार के दबाव में आकर झूठी शिकायतें कर रहे हैं।
इनका कहना है:
वृद्ध बाबूलाल और उनके भाई जगदीश ने मारपीट और लूट की घटना की शिकायत की थी इस मामले में मैंने स्वयं जाकर गौरझामर थाने में फरियादी और आरोपित पक्षों को बुलाकर सामने पूछताछ और जांच पड़ताल कराई थी जिसमें फरियादी बाबूलाल ने सभी के सामने लूट की घटना से इनकार किया था और मारपीट की घटना से भी इनकार किया था लेकिन उनके हाथ में मामूली चोट होने के कारण तीन आरोपियों के विरुद्ध मारपीट का मामला गौरझामर थाने में दर्ज किया गया था लूट की ऐसी कोई वारदात नहीं हुई।