कटनी। वीरांगना रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय बहोरीबंद में विद्यार्थियों को मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा स्वरोजगार आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबन के लिए स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना के तहत जैविक खेती का प्रशिक्षण जैविक कृषि विशेषज्ञ रामसुख दुबे द्वारा दिया जा रहा है। इसी क्रम में मिट्टी नमूना लेने की विधि की तकनीकी जानकारी का प्रायोगिक प्रदर्शन किया गया। फसल उत्पादन में मिट्टी अत्यंत आवश्यक घटक है जो पौधों को पोषण प्रदान करती है
फसलों की उत्पादकता बढ़ाने हेतु मिट्टी परीक्षण कराना आवश्यक है परिणामों के आधार पर खाद की संतुलित मात्रा का उपयोग किया जाए। इसके साथ जैविक कीटनाशक के अंतर्गत पांच पत्ती काढ़ा बनाने के लिए नीम अकौआ धतूरा करंज सीताफल आदि की पत्तियों से कीटनाशक बनाने एवं गौ मूत्र तथा ट्राइकोडरमा से बीज उपचार तथा एक दलीय फसलों में एजेक्टोबैक्टर दो दलीय फसलों में राइजोबियम तथा सभी फसलों में फासफेटिका कल्चर के उपयोग का प्रायोगिक प्रशिक्षण प्राचार्य डॉ इंद्र कुमार पटेल एवं प्रशिक्षण समन्वयक विवेक चौबे की उपस्थिति में जैविक कृषि विशेषज्ञ रामसुख दुबे द्वारा दिया गया।