सीमा कैथवास की रिपोर्ट
नर्मदापुरम। जिला नर्मदापुरम के केसला ब्लाक में डिप्टी रेंजर फॉरेस्ट के खिलाफ बालिका के साथ बलात्कार सहित उसकी हत्या कर लाश छुपाने का गम्भीर मामला पुलिस सहित जिला प्रशासन के लिए मुसीबत बन गया था। यहां तक कि आदिवासी समाज ने थाने का घेराव कर उग्र आंदोलन की चेतवानी भी दी थी। मीडिया में खबर उजागर होने के बाद प्रशासनिक सहित राजनेतिक हल्को में हलचल मच गई थी। इस मामलेट को आईटी एक्सपर्ट पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देशन में केसला थाने के नवागत थाना प्रभारी आशीष पवार ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया और एसपी के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए पुलिस टीम के साथ अंतः गुमशुदगी बालिका सहित पूरे घटनाक्रम को उजागर करने में सफलता हासिल की है।
उल्लेखनीय हैं कि 31 जनवरी की रात पुराना फॉरेस्ट भवन ग्राम झालई से गुमशुदा लड़की मण्डीदीप में अपने पुरूष मित्र के साथ मिल गई है। लड़की के पिता ने 2 फ़रवरी को थाना केसला में अपनी पुत्री के गुमशुदा होने की सूचना दी थी। इसी दौरान दिनांक 8 फरवरी को लड़की के पिता ने थाना केसला में एक आवेदन पत्र प्रस्तुत कर वन विभाग के डिप्टी रेंजर राजेन्द्र मिश्रा पर अपनी पुत्री के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर लाश छिपा देने के गंभीर आरोप लगाये थे । उक्त आवेदन पत्र से मीडिया तथा प्रशासनिक एवं राजनितिक हल्को में हलचल मच गई थी यहां तक की आदिवासी समाज के प्रतिनिधियो द्वारा थाना प्रभारी केसला के समक्ष ज्ञापन प्रस्तुत कर थाना घेराव व उग्र आंदोलन करने की भी चेतावनी दे डाली थी। मामले की गंभीरता को समझते हुये पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरूकरण सिंह ने थाना प्रभारी केसला आशीष सिंह पवार को कुछ निर्देश देकर पुलिस पार्टी गठित की। पुलिस पार्टी ने आधुनिक एवं परम्परागत तरीके से गुमशुदा की खोज में रात दिन एक कर दिया। पुलिस की मेहनत रंग लायी आज गुरुवार 09 फरवरी की सुबह पुलिस की टीम ने गुमशुदा बालिका को उसके पुरूष मित्र के साथ मण्डीदीप में पकड़ लिया । बालिका ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह 12 तक पढ़ी लिखी है, उसकी उम्र 19 वर्ष है। वह अपनी इच्छा से अपने पुरूष मित्र के साथ मण्डीदीप आई है। दोनो ने मंदिर में एक दूसरे को माला डालकर विवाह करना तथा भविष्य मे अपने पुरूष मित्र के साथ रहने की इच्छा अपने बयानो में बतायी है। गुमशुदा ने साफ शब्दो में बताया कि इस पूरी घटना से डिप्टी रेंजर राजेन्द्र प्रसाद मिश्रा का कोई लेना देना नहीं है। उसके पिता ने राजेन्द्र मिश्रा पर जो आरोप लगाये है वे नितांत झूठे है।इस कार्यवाही में थाना केसला के थाना प्रभारी निरीक्षक आशीष सिंह पवार , कार्य. उनि एम. एल. सूर्यवंशी, आर.213 मनोज डोंगरे, आर. 389 प्रेम बड़ोदे, मआर 885 जया लहरे तथा साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक सुरेश फरकले एवं आर अभिषेक नरवरिया की भूमिका सराहनीय रही है।