कटनी (15 जनवरी) – जिले की कामकाजी महिलाओं के 6 वर्ष तक के बच्चों की देखभाल के लिए कलेक्टर अवि प्रसाद की पहल पर जिले में 10 झूलाघर खोले जाएंगे ।इसके लिए राज्य शासन के महिला एवं बाल विकास विभाग को प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है।
कलेक्टर अवि प्रसाद ने शासकीय कार्यालयों सहित अन्य क्षेत्रों की कामकाजी महिलाओं की अपने छोटे बच्चों की देखभाल और खान – पान की समस्याओं को समझते हुए ,जिले में झूलाघर खोलने का प्रयास किया है ,ताकि कामकाजी महिलाएं अपने छोटे बच्चों को झूला घर में छोड़कर निश्चिंत होकर अपना कार्य दायित्व का निर्वहन कर सकें।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहते हैं कि अधिकांश महिलाओं को घर और बाहर दोहरी जिम्मेदारी निभानी पड़ती है । खासकर यह जिम्मेदारी तब और बड़ी चुनौती बन जाती है, जब बच्चा छोटा हो। ऐसे में कई बार तो महिलाओं को अपनी नौकरी छोड़ने तक को विवश होना पड़ता है। इनकी इन्हीं परेशानियों को दूर करने झूला घर खोला जाएगा। झूलाघर का स्टाफ बच्चों की देखभाल करेगा और समय-समय पर बच्चों को दूध पानी और भोजन देगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी नयन सिंह ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कलेक्टर श्री प्रसाद की अभिनव पहल पर अप्रैल माह तक जिले में 10 झूला घर शुरू कर दिए जाएंगे। यहां सभी व्यवस्थाएं नि:शुल्क रहेंगी। प्रत्येक झूलाघर में दो महिला कर्मी रहेंगी जो बच्चों की देखभाल करेंगी।
यहां खुलेंगे झूलाघर
प्रारंभिक चरण में जिले के कटनी नगर में कलेक्ट्रेट, बस स्टैंड, स्टेशन, तहसील परिसर, जिला चिकित्सालय, नगर निगम कार्यालय एवं जिला न्यायालय के पास झूलाघर खोला जाएगा। जबकि नगर पंचायत कैमोर, बरही व विजयराघवगढ़ के बस स्टैंड या तहसील परिसर के पास झूलाघर खुलेंगे।