प्रदीप गुप्ता /नर्मदापुरम/ संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ मध्य प्रदेश के नेतृत्व में 32 हजार से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी जिन्होंने कोरोना काल में भी अपनी जान हथेली पर रखकर स्वास्थ्य की सुविधाएं दी और पूरे समाज को कोरोनावायरस महामारी में बचाने का काम किया जिन्हें कभी मुख्यमंत्री कोरोना योद्धा कहते थे, आज उन्हें सड़कों पर आंदोलन करने को मजबूर कर दिया है । मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार संविदा कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है । यह किसी भी परिस्थिति में सहन नहीं होगा और उनकी लड़ाई मैं कांग्रेस पार्टी हमेशा साथ खड़ी है । संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के धरने में समर्थन देने पहुंचे राज्यसभा सांसद के सदस्य प्रतिनिधि सुधीर पटेल ने यह बात कही । मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पहले ही संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया है और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने घोषणा भी की है कि संविदा कर्मचारियों को कांग्रेस सरकार बनते ही नियमित किया जाएगा । प्रदेश प्रवक्ता शिवराज चंद्रोल ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश में निरंकुश सरकार राज कर रही है । जिन्हें न लोगों की जान की परवाह है न ही संवेदना है । जिन लोगों ने कांग्रेस सरकार बनाने में और कोरोना वायरस के समय प्रदेश का साथ दिया उनके साथ भाजपा सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है, इनके लिए कांग्रेस पार्टी पूरी ताकत से लड़ाई लड़ेगी और जरूरत पड़ी तो बड़ी लड़ाई भी लड़ी जाएगी । उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनते ही संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा, करोना कॉल का जो मानदेय लंबित है वह भी उन्हें प्रदाय किया जाएगा। साथ ही सरकार की गलत नीतियों और विद्वेष पूर्ण भावना से जिन कर्मचारियों को निलंबित किया है उन्हें भी तत्काल बहाल करने की बात कही । इस दौरान संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की अध्यक्ष डॉ रूपाली तिवारी ने अपना मांग पत्र भी कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल को सौंपा । उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में संविदा कर्मचारी भारतीय जनता पार्टी की नीतियों से नाराज हैं और आज हम अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर धरना दे रहे हैं , लेकिन असंवेदनशील भाजपा की सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता । आंदोलन में प्रमुख रूप से जिला पंचायत के सदस्य कांग्रेस नेता अरुण गालर और केसला ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष हेमचंद्र कश्यप ने भी अपनी बात रखी है और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ तक संविदा कर्मचारियों की बात पहुंचाने का आश्वासन दिया ।