बीते कुछ महीनों से मध्य प्रदेश में राजनीति के केंद्र में धर्म है और फिर चाहे भाजपा हो या कंग्रेस तमाम सियासी दल धर्म के सहारे मिशन 2023 को आसान बनाने में जुटे हैं, सूबे में बड़े राजनेता कथाओं का आयोजन करा रहे हैं तो अब आलम ये हैं कि विधायक विधानसभा सत्र को तबज्जो देने के बजाए धार्मिक आयोजनों को ज्यादा तहरीज दें रहे हैं।
दमोह के कांग्रेस विधायक अजय टण्डन भी उनमें से एक है जो साफ कह रहे हैं कि उनके लिए पार्टी का विहिप विधानसभा में लाये गए अविश्वास प्रस्ताव से ज्यादा जरूरी धर्म सभा है। दरअसल दमोह में आगामी 24 दिसम्बर से प्रसिद्ध बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की रामकथा है, विधायक अजय टण्डन इस कथा के आयोजक है और पूरी लगन के साथ तैयारियों में जुटे हैं। इस बीच मध्य्प्रदेश विधानसभा का सत्र भी चल रहा है और उनकी पार्टी यानी कांग्रेस शिवराज सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाई है जिस पर सदन में चर्चा हो रही है। लेकिन टण्डन विधानसभा छोड़कर दमोह में डेरा डाले हैं लिहाजा सवाल उठ रहे हैं। इस मामले में जब टण्डन से पूछा गया तो वो साफ कह रहे हैं कि उनके लिए विधानसभा से ज्यादा जरूरी धर्म सभा है और उन्होंने अपनी पार्टी नेताओं से पहले ही सॉरी बोल दिया है।