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रीवा जिले मे एक के बाद एक घूसखोर पकड़े जा रहे हैं. बुधवार को लोकायुक्त पुलिस ने एक महिला अधिकारी को 5500 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया. वह अपने ही कार्यालय के कर्मचारी से रिश्वत की मांग कर रही थी. जानकारी के मुताबिक शिकायत कर्ता जिले के जनपद पंचायत कार्यालय में संजीव पाण्डेय परियोजना समन्वयक के पद पर पदस्थ है. वो पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे. दो महीने पहले ही मुंबई में मेडिकल लीव पर अपने हर्निया का ऑपरेशन कराया था. और इसके बाद उनके द्वारा अपने ही जनपद पंचायत कार्यालय में मेडिकल छुट्टी और क्लेम को पास कराने के लिए आवेदन किया था. यह पास नही होने पर उनकी वेतन दो महीने से रोक कर रखी गई थी. जिसके बाद उनको मेडिकल लीव और क्लेम पास कराने के लिए जनपद पंचायत सीईओ विजय लक्ष्मी मरावी और उनके बाबू महेंद्र वर्मा लगातार रिश्वत की मांग कर रहे थे. जिस पर संजीव पाण्डेय ने लोकायुक्त पुलिस में शिकायत की. बुधवार को शिकायत सही पाए जाने के बाद लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने रिश्वत के मामले में ट्रैप की कार्रवाई की.सीईओ विजय लक्ष्मी मरावी को 5000 रुपए और बाबू महेंद्र वर्मा को 1500 रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथों जनपद पंचायत कार्यालय से गिरफ्तार किया है. इस कार्यवाही के बाद से हड़कंप मचा हुआ है.