कटनी कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा समय-समय पर उपार्जन व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा के दौरान दिए गए निर्देशों और जरूरी संसाधन मुहैया कराने के बाद भी किसी प्रकार की विसंगति होने पर संबंधित खरीदी प्रभारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में जिला आपूर्ति अधिकारी बालेंद्र शुक्ला ने जिले के सभी प्रबंधक और खरीदी प्रभारी, विपणन समिति, सेवा सहकारी समिति तथा उपार्जन कार्य में लगे स्व -सहायता समूह के अध्यक्ष एवं सचिवों को निर्देशित किया है कि उपार्जन केंद्रों में गुणवत्ता युक्त माइश्चर मीटर नमी मापक यंत्र रखें। जिससे उपज की नमी का सही मात्रा में आकलन किया जा सके। इसके अलावा उपार्जन केंद्र में समिति व स्व- सहायता समूह केअधिकृत कर्मचारी ही उपस्थित रहकर उपार्जन कार्य संपादित करें।
स्व -सहायता समूह द्वारा संचालित उपार्जन केंद्रों में खरीदी का कार्य अध्यक्ष, सचिव या सदस्य के द्वारा ही संपादित किया जाए ।जिससे शासन की महिला सशक्तिकरण योजना को मूर्त रूप दिया जा सके।
उपार्जन केंद्रों में उपार्जित धान का परिवहन कराते समय धर्म कांटे के माध्यम से वजन कराकर एवं शत- प्रतिशत और करा कर ही परिधान किया जावे। धर्म कांटे समिति द्वारा शत-प्रतिशत तौल को ही स्कंध के वजन हेतु अंतिम माना जाएगा।
गोदामों में उपार्जित स्कंध के भंडारण के समय, धर्म कांटे अथवा शत-प्रतिशत तौल को ही मान्य किया जावेगा। केंद्र प्रभारी और प्रबंधक यह सुनिश्चित करें कि उपार्जन केंद्र परिसर में वही किसान उपज के साथ उपस्थित रहे जिन्होंने स्लॉट बुक करा लिया है।