कटनी(24 नवम्बर)- कलेक्टर अवि प्रसाद की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में किसान संगठनों के पदाधिकारियों, प्रतिनिधियों एवं संबंधित अधिकारियों की मौजूदगी में खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन कार्यों की व्यवस्थाओं और तैयारियों पर चर्चा हुई।
बैठक में बताया गया कि खरीफ विपणन मौसम 2022-23 के लिए औसत अच्छी गुणवत्ता के धान का समर्थन मूल्य कॉमन धान के लिए 2040 रुपये प्रति क्विंटल तथा धान ‘ए’ ग्रेड 2060 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों से उपार्जित की जाएगी।
बैठक में बताया गया कि धान उपार्जन 28 नवंबर से शुरू होकर 16 जनवरी 2023 तक होगा। कृषकों से उपार्जन कार्य सप्ताह में 5 दिन सोमवार से शुक्रवार तक किया जाएगा।
बैठक में कलेक्टर अवि प्रसाद ने किसानों से आग्रह किया है कि धान उपार्जन के बाद किसानों को राशि का भुगतान पी.एफ.एम.एस. के माध्यम से आधार लिंक बैंक खाते में ही किया जाना है। इसलिए धान उपार्जन हेतु सभी पंजीकृत किसानों से व्यक्तिगत संपर्क करके बैंक अकाउंट में आधार सीडिंग की कार्यवाही करने किसान संगठन किसानों को प्रेरित करें। कलेक्टर श्री प्रसाद ने किसान संगठनों को बताया है, कि उपार्जन केन्द्रों सभी आवश्यक तैयारियां करा ली गई है, जिससे उपार्जन केन्द्रों मे किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीें होगी।
22 एसएचजी करेंगें खरीदी
बैठक मे कलेक्टर ने बताया कि इस साल समर्थन मूल्य पर उपार्जन कार्य में 22 महिला स्व-सहायता समूहों को शामिल किया गया है। महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इस वर्ष, पिछले साल की तुलना मे दोगुने स्व-सहायता समूहों को भागीदार बनाया गया है। पिछले साल उपार्जन कार्य मे जहां केवल 11 महिला स्व-सहायता समूहों की भागीदारी थी, वहीं इस साल 22 स्व-सहायता समूहों द्वारा उपार्जन कार्य किया जाएगा।
एफपीओ करेगी खरीदी
बैठक मे किसानों को जानकारी दी गई कि जिले के उपार्जन इतिहास मे पहली बार स्लीमनाबाद के फार्मर्स प्रोड्यूसर आर्गनाइजेशन लक्ष्य फार्मर्स एग्रीटेक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड को उपार्जन कार्य की जबाबदारी सौपीं जा रही है।
गोदाम स्तरीय उपार्जन केन्द्र बढ़े
किसानों को फसल विक्रय के बाद भुगतान मे होने वाले विलम्ब से निजात दिलाने इस साल 50 गोदाम स्तरीय उपार्जन केन्द्र बनाए गए है। जबकि बीते साल इन केन्द्रों की संख्या केवल 23 थी।
त्वरित भंडारण में होगी सुविधा
गोदाम स्तरीय उपार्जन केंद्र में त्वरित भंडारण की सुविधा होने से असमय होने वाली बारिश आदि से उपज के नुकसान होने की संभावना अत्यंत कम रहती है।
खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में गत वर्ष की तुलना में इस साल 5 हजार किसानों की संख्या में कमी हुई है, साथ ही करीब 6 हजार हेक्टेयर पंजीकृत रकवे मे भी कमी होने की वजह से इस साल, पिछले वर्ष की तुलना में कम खरीदी केंद्र बनाए जा रहे हैं।
नजदीकी केंद्रों में समाहित
राज्य शासन द्वारा घोषित उपार्जन नीति के प्रावधानों के तहत इस वर्ष जिले में अत्यधिक नजदीक तथा पिछले साल 3 हजार मीट्रिक टन से कम उपार्जन करने वाले केंद्रों को नजदीकी उपार्जन केंद्रों में संबद्व करने का निर्णय जिला उपार्जन समिति द्वारा लिया गया है। साथ ही 48 उपार्जन केंद्रों की स्थापना के बाद शेष चिन्हाकित उपार्जन स्थलों के लिए पात्र संस्थाओं के चयन की कार्यवाही प्रचलन मे है।
तहसील क्षेत्र मे करा सकेंगें स्लॉट बुक
किसान अपनी स्लॉट बुकिंग तहसील के अंदर किसी भी उपार्जन केन्द्र मे कर सकेंगें। कृषक द्वारा विक्रय की जाने वाली संपूर्ण उपज की स्लॉट बुकिंग एक समय मे ही करनी होगी। लेकिन आंशिक स्लॉट बुकिंग एवं आंशिक विक्रय नहीं किया जा सकेगा।
लेकिन कृषक द्वारा निर्धारित उपार्जन केन्द्र पर स्लॉट बुकिंग करने के उपरांत अन्य केन्द्र पर कृषक पंजीयन परिवर्तन व स्थानांतरण की सुविधा नहीं होगी।
बैठक में उप संचालक कृषि ए.के.राठौर, जिला आपूर्ति अधिकारी बालेंद्र शुक्ला, किसान संगठन से कन्हैया तिवारी अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा एवं सत्येंद्र सिंह भदौरिया अध्यक्ष जिला किसान संघ, बीएल निगम अध्यक्ष भारतीय किसान संघ, भाजपा किसान मोर्चा के श्री राम पटेल, राजू यादव, ज्ञानचंद्र चौरसिया, पारस पटेल, जिला विपणन अधिकारी अमित तिवारी सहित किसान प्रतिनिधि व पदाधिकारी मौजूद रहे।