प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम/ (केसला) 18 नवंबर 1962 रेजांगला युद्ध को याद कर राष्ट्रीय यदुवंशम् सेना संगठन द्वारा आयोजित यादव समाज के महासम्मेलन रेजांगला युद्ध में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि सैनिक सम्मान समारोह, प्रतिष्ठान अतिथि सम्मान समारोह, प्रतिभा सम्मान समारोह पर कार्यक्रम नर्मदा पुरम जिले के केसला सहेली में संपन्न हुआ। शुभारंभ पर सेना में यादव रेजिमेंट की मांग को लेकर राष्ट्रीय यदुवंशम् सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष इं.पवन यादव ने रक्षामंत्री के नाम अपने खुन से रक्त पत्र लिखकर रेजिमेंट की मांग की। 18 नवंबर 1962 में रेजांगला युद्ध में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उपस्थित होकर भव्यता प्रदान करने हेतु कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सभाजित यादव, पूर्व रिटायर कमिश्नर महेंद्र प्रताप सिंह यादव, पूर्व निगम अध्यक्ष मध्य प्रदेश पुर्व केबिनेट मंत्री जिला प्रभारी भोपाल भाजपा योगेन्द्र सिंह मण्डलोई, मध्य प्रदेश अध्यक्ष यादव महासभा पुर्व जिला अध्यक्ष नर्मदापुरम सहकारिता यश भारतीय, मध्य प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी पार्टी युवाजन सभा सुनील यादव, सक्रिय सामाजसेवी अजित सिंह मण्डलोई, जिला पंचायत सदस्य नर्मदापुरम् मृगेंद्र सिंह मण्डलोई, राष्ट्रीय संरक्षक राष्ट्रीय यदुवंशम् सेना प्रेमशंकर वर्मा, विधायक सिवनी मालवा आदि सभी अतिथि एवं संगठन एवं समाज के हजारों कार्यकर्ताओ द्वारा मां भारती के यदुकुल के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही विश्व की सबसे महानतम भारतीय सेना में अपना योगदान देकर देश की रक्षा करने वाले वीर सेनिको को संगठन द्वारा सर्वोच्च श्रीकृष्ण यादव सम्मान के साथ ही यदुकुल की आन बान शान पितांबर गमझे से सम्मानित किया। साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट कार्यों द्वारा अपने परिवार समाज का नाम रोशन करने वाले प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित कर उनके उज्जवल भविष्य की मंगल कामनाएं की। साथ ही प्रतिष्ठान के साथ ही सफल आयोजन के साथ ही विश्व की सबसे महानतम भारतीय सेना में अन्य जातियों की रेजिमेंट सेना में यादव समाज के साथ हो रहे पक्षपात को लेकर सैना में अहीर/यादव रेजिमेंट के गठन की मांग को लेकर सभा में उपस्थित सभी यादव समाज के स्वजातीय साथियों ने एक स्वर में रेजिमेंट की गठन की मांग की। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन यादव ने अपने उद्बोधन में समाज को संगठित होकर मुट्ठी की तरह एक होकर रहने की बात कही। साथ ही बताया गया कि देश की सबसे महानतम लड़ाई फिर वो चाहे प्रथम विश्व युद्ध से लेकर द्वीतिय 1857 की क्रांति 1947 का स्वतंत्रता संग्राम नसीबपुर का युद्ध जिसमें यादव समाज के 5000 वीर शहीद हुए कारगिल युद्ध,1967 का नाथुला युद्ध, संसद भवन हमले से लेकर 18 नवंबर 1962 का वो रेजांगला युद्ध जिसमें कुमाऊं रेजिमेंट के 120 यादव सैनिक रेजांगला में चीन के 5000 से अधिक सैनिकों को खदेड़ कर 1300से अधिक सैनिकों को मारकर अपनी मात्रभूमि पर चौकी पर कब्जा नहीं होनै दिया और आज लद्दाख अगर भारत का हिस्सा है तो वह उन 120 यादव सैनिकों की वजह से है जो अंतिम सांस तक अंतिम गोली तक लडै लड़ते लड़ते शहीद हो गए। उन वीर सेनिको के सम्मान के लिए सैना में रेजिमेंट का गठन न्याय संगत हक की मांग है। श्री यादव ने कहा की तो भारत सरकार सेना में सभी बनी सभी जातिगत रेजिमेंट को खत्म करके सिर्फ भारतीय सेना करें या तो सभी जातियों की तरह सैना में अहीर यादव रेजिमेंट का गठन करे।