टहरौली (झाँसी) आज टहरौली कस्बे में पत्रकारों ने 56वें राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस के मौके पर कस्बे के सभी कलमकार साथियों ने हर्षोल्लास के साथ मनाया। सबसे पहले पत्रकारों ने महापुरुषों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर माल्यार्पण किया। कस्बे के पत्रकारों ने अपने अपने वक्तव्य में कहा है, कि
सन् 1956 भारत में प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए एक प्रेस परिषद बनाने के लिए पहले प्रेस आयोग की योजना बनाई गई थी, 4 जुलाई 1966 को भारत में प्रेस परिषद की स्थापना हुई थी। फिर 16 नवंबर 1966 से यह कार्य करने के लिए प्रभावी हुई। जिसके कारण हर साल 16 नवंबर को प्रभावी होने के चलते राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस के रूप में 16 नवंबर को मनाया जाता है। इस दौरान कस्बे के पत्रकारों ने एकजुटता पर बल दिया। व समाज को लेकर अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने पर बल दिया है। जिससे की आम आदमी को न्याय मिल सके शासन-प्रशासन की कमियों को उजागर करें । इस दौरान टहरौली कस्बे के युवा पत्रकारों को संगठित रहकर काम करने पर बल दिया जिसमें बताया गया की संगठित रह करके क्षेत्र के गरीब असहाय लोगों की मदद की जाएगी। इस दौरान ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के तहसील अध्यक्ष(अवध विहारी गाता) वरिष्ठ समाजसेवी आशाराम कुशवाहा, बृजेंद्र सोनी मोनू, संजय कुशवाहा, राकेश कुशवाहा, दृगपाल कुशवाहा,अनिल कुशवाहा, गोलू परिहार, राजेंद्र कुशवाहा, अंकित गौतम, शिवम बुंदेला, रियाज अली,सुरेंद्र प्रजापति, अजीत, कृष्णकांत साहू देवेश पटेल संजीव कुमार विजय श्रीवास, आदि मौजूद रहे।