सिहोरा पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग के अंतर्गत कछपुरा के खिन्नी तिराहा से घोराकोनी तिराहा तक यानि की तीन किलोमीटर की सड़क में राहगीरों का चलना दूभर हो गया है। लोग इस समस्या से निजात पाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों व सीएम हेल्पलाइन का सहारा ले चुके हैं परंतु जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते इस सड़क पर आवागमन करने वाले राहगीर बड़ी मुसीबत
का सामना कर रहे है। राहगीर गिरकर घायल हो रहे हैं।
बताया जाता है की खिन्नी सड़क के किनारे स्थित जियोमिन प्लांट जहां पर दिन भर में लगभग दो सौ बड़े वाहन खनिज पदार्थ लोडकर यहां से आवागमन करते हैं। इन बड़े वाहनों की तेज रफ्तार के कारण पूरे सड़क में धूल के गुब्बार उठते हैं और पानी डालने से यह धूल कीचड मे बदल जाती है जिससे राहगीरों के वाहन फिसल रहे हैं जिससे राहगीर गिरकर घायल हो रहे है क्षेत्रीय लोग इससे बेहद परेशान है।
गम्भीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे लोग
वहीं उड़ती धूल के कारण लोग गंभीर बीमारी जैसे दमा अस्थमा टीवी व तरह-तरह की अन्य बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। क्षेत्र में लगातार टीवी के मरीज बढ़ रहे हैं और जियोमिन प्लांट प्रबंधन की ओर से इस समस्या के निजात दिलाने हेतु कोई भी निदान नहीं किया जा रहा है। जिससे लोगों में आक्रोश पनप
रहा है वही आए दिन इन भारी वाहनों की आवाजाही के कारण इस सड़क पर बड़ी-बड़ी सड़क दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं।
कई लोगों की जा चुकी है जान, गिरकर घायल हो रहे वाहन चालक
पूर्व में भी अनेक लोगों की मौतें हो चुकी है इसके बावजूद भी फैक्ट्री प्रबंधन और जवाबदार अधिकारियों की कनबहरी के चलते लोग आज भी कई समस्याओं से जूझ रहे है। बुधवार को इसी सडक मे गोसलपुर निवासी रूपेंद्र सिंह व उनकी माताजी वाहन से गिरकर घायल हो गईं। जिन्हें गंभीर चोटे आयी है। गनीमत रही की पीछे से तेज रफ्तार से आ रहे हाइवा से बाल बाल बच गये।
एक दर्जन से अधिके गांवों का आवागमन
ज्ञात हो की यह सड़क क्षेत्र की सबसे ज्यादा चलने वाली सड़क मानी जाती है। यह अनेक गांव को जोड़ती है। इस सड़क के किनारे बसे घोराकोनी, किनगी, मलहना, आमी, चनौटा, कुकरई, ताला देवरी, सहजपुरा, खिन्नी, कैथरा के लोग यहीं से आवागमन करते हैं। परंतु इस सड़क पर उड़ती धूल और बड़े वाहनों की आवाजाही का तांडव लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। फैक्ट्री प्रबंधन को अनेकों बार क्षेत्री लोगों द्वारा समस्या के निदान हेतु कहा ।।परंतु झूठे आश्वासन देकर स्थानीय जनों को गुमराह कर दिया जाता है। अब शीघ्र ही क्षेत्रीयजन बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं लोगों ने इस दिशा में जिला प्रशासन के मुखिया से ध्यान देने की मांग की
है