प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम/ (हरदा) किसान नेता एवं कृषि मंत्री कमल पटेल जहा- जहा अपने दौरे पर रहते हैं। वहा पर वे लोगों से मुलाकात तो करते ही हैं लेकिन जैसे ही रास्ते में उन्हें किसान भाइयों के खेत दिखाई पड़ते हैं तो वे अपने काफिले को रुकवा कर किसान के खेत की फसल का मुआयना एक कृषि विशेषज्ञ के नाते करते हैं और उनका यही अंदाज दर्शाता है कि वे सरकार में मंत्री बाद में है पहले किसान हैं। अमूनन प्रदेश में कई बार ऐसे मौके आए कि किसानों ने पटेल को उनके खेत पहुंचने से पहले खेत में खड़ा पाया। अति वर्षा हो, प्राकृतिक आपदा हो किसानों की फसलों का कितना नुकसान हुआ है। वे ऑन स्पॉट जाकर अधिकारियों को निर्देशित कर बता देते हैं। तब साथ में चल रहा, प्रशासनिक अमला भी हस्तप्रभ हो जाता है। गुरुवार को वैसे कृषि मंत्री कमल पटेल अपने गृह जिले हरदा में विभिन्न निर्माण कार्यों के भूमि पूजन , शिलान्यास करने के कार्यक्रमों में अपने अमले के साथ निकले थे लेकिन जैसे ही उनको जिले के ग्राम आलनपुर मे किसान महेश पटेल के खेत में टमाटर की फसल दिखाई दी तो उन्होंने तुरंत काफिला रुकवा कर फसल का जायजा लिया। मंत्री पटेल ने खेत में पहुंचकर अपने हाथों से टमाटरो को तोड़ा और टमाटरो का स्वाद चखा। मंत्री पटेल ने किसान भाई महेश पटेल को टमाटर का स्वाद चखने के बाद उन्हें बधाई दी और कहा कि बरसों के बाद ऐसे टमाटर का स्वाद मैंने चखा है।जिससे मेरे मुंह का जायका ही बदल गया। उन्होंने किसान महेश पटेल से जानना चाहा कि आपने टमाटर की ही फसल क्यों उगाई। इस पर किसान भाई ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी जी चाहते हैं कि हमारे देश का किसान कृषि क्षेत्र के साथ समृद्धशाली हो और खेती किसानी लाभ का धंधा बने। तो हमने प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर फसल विविधीकरण योजना को अपनाते हुए टमाटर की फसल उगाने का निर्णय किया। इससे मुझे पूरा विश्वास है कि मार्केट में हमारी टमाटर की फसल के दाम अच्छे मिलेंगे।