सिहोरा से रिजवान अंसारी
सिहोरा पुलिस थाने के सामने हर कदम पर बनती है जाम की स्थिति, कहने को तो सिहोरा में नवीन बस स्टैंड का निर्माण हुए कई सालों से बीत गए हैं,मगर यहां यातायात विभाग और पुलिस की निष्क्रियता के कारण,बस और आटो रिक्शा चालकों की मनमानी और दबंगई से ,पुलिस थाने के सामने ही मैन रोड पर, वाहनों को खड़ा कर के सवारियों को उतारा एवं चढ़ाया जाता है,इन वाहन चालकों की मनमानी के कारण अन्य वाहनों को, दस मिनिट से लेकर आधा आधा घंटा तक खड़े रहना पड़ता है,की काई बार तो गम्भीर मरीज को लेकर जा रही एम्बुलेंस को भी खड़ा रहना पड़ता है,कभी कभी जाम में फंस जाने से समय बर्बाद होने से मरीज को जान भी गंवानी पड़ती है,और यहां की पुलिस मूकदर्शक बन तमाशा देखती रहती है,और अगर सिहोरा यातायात पुलिस की बात की जाए तो, नीलकंठ की तरह इनके दर्शन दुर्लभ रहते हैं,कभी कभार किसी भाग्यवान को भी इनके दर्शन हो पाते हैं,और फिर ज्यादातर नियम विरुद्ध खड़े होने वाले वाहनों भी प्रशासन कार्यवाही नहीं करता
सभी कंपनियों की बसें रहती हैं,अब देखा जाए इन की बसों मालिक पर कार्रवाई होती है कि नहीं या तो हटाने के लिए छप्पन इंच का सीना भी तो चाहिए