प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम/(इटारसी) ठेलो और ट्रकों पर एकत्रित लाखों- करोड़ों के खिलौने आंगनबाड़ियों में क्यों नहीं पहुंचे, आखिर कहां गये यह खिलौने ? प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजकुमार केलू उपाध्याय ने पूछे सवाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता व नर्मदापुरम जिला कांग्रेस मीडिया विभाग प्रभारी राजकुमार केलू उपाध्याय ने जारी बयान में आरोप लगाया है कि भाजपा की सरकार में मध्यप्रदेश नित नए घोटालों और भ्रष्टाचार के लिए जाना जा रहा है।मध्यप्रदेश में हर योजना में, हर कार्य में भ्रष्टाचार के मामले सामने आते हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजकुमार केलू उपाध्याय ने बताया कि किसानों के लिए यूरिया भेजी जाती है तो वह रास्ते से ही गायब हो जाती है , बच्चों के लिए पोषण आहार भेजा जाता है वह रास्ते से ही गायब हो जाता है , जिस पोषण आहार का उत्पादन तक नहीं होता है , जिसका परिवहन नहीं होता है उसको भी कागजों में दिखा दिया जाता है और करोड़ों रुपए डकार लिए जाते हैं। राशन दुकानों से अनाज वितरण में हेराफेरी हो जाती हैं, इसी प्रकार जनता के करोड़ों रुपए फर्जीवाड़े की भेंट चढ़ जाते हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजकुमार केलू उपाध्याय ने बताया कि अब मध्यप्रदेश सहित जिलों में एक नया फर्जीवाड़ा और घोटाला सामने आया है और वह है, खिलौना घोटाला। प्रदेश की जनता ने देखा था कि किस प्रकार प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 24 मई 2022 में मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में ठेला लेकर सड़कों पर घूम कर , कई ट्रक भरकर खिलौने व सामग्री आंगनबाड़ियों के बच्चों के लिए एकत्रित किए थे। उसी प्रकार 31 मई को इंदौर में भी मुख्यमंत्री ठेला लेकर खिलौना एकत्रीकरण के लिए घूमे थे।प्रदेश के कई जिलों में भी भाजपा के अनेक जनप्रतिनिधियों, संगठनों ने इसी प्रकार खिलौना एकत्रीकरण का अभियान चलाया था। उस समय यह भी दावे किए गए थे कि इस एकत्रीकरण के दौरान कई ट्रक भरकर खिलौने व बच्चों के लिए सामग्री एकत्रित हुई है , कई लोग आंगनबाड़ियों को गोद लेने के लिए भी आगे आए हैं। लेकिन अभी जो जानकारी सामने आ रही है, उसके मुताबिक उक्त खिलौने व सामग्री आंगनबाड़ियों तक नहीं पहुंचे ? कांग्रेस इस संबंध में प्रदेश सरकार व नर्मदापुरम के जिला,नगर प्रशासन से कुछ सवाल पूछ रही है। इस खिलौना एकत्रीकरण अभियान के तहत कुल कितने ट्रक भरकर सामग्री व खिलौने एकत्रित हुए थे..? साथ ही कुल कितनी राशि इस अभियान के तहत एकत्रित हुई थी? यह खिलौने, सामग्री व राशि कहां है? किस आंगनवाड़ी को भेजी गई, यह जानकारी भी सार्वजनिक हो? सरकार के इस अभियान के अंतर्गत अभी तक जिले में कितनी आंगनवाडियो को किन- किन लोगों ने गोद लिया है? किन -किन आंगनबाड़ियों पर कुल कितनी राशि सुधार के लिए खर्च की गई है, उसकी जानकारी भी सार्वजनिक हो ? आंगनबाड़ियों की दशा सुधारने के लिए सरकार ने अभी तक क्या कदम उठाए हैं? जिले में इस अभियान के बाद कुल कितनी राशि आंगनबाड़ियों के सुधार पर खर्च की गई है और और यह राशि किस मद से और कहां से ली गयी है? अगर एकत्रित किये गये खिलौने व सामग्री आंगनबाड़ियों तक नहीं पहुंचे है तो वह कहां है, यह जानकारी भी सार्वजनिक हो। यह अभियान सिर्फ़ उसी दौरान चला, बाद में यह क्यों नहीं चला? क्या आँगनवाडियो की दशा सुधर गयी? प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजकुमार केलू उपाध्याय ने कहा कि हमने देखा है कि कई आंगनवाड़ी से सामग्रियों व खिलौनों के चोरी का मामला भी सामने आया था और अभी तक कई आंगनबाड़ियों तक यह सामग्री पहुंची भी नहीं है, इससे समझा जा सकता है कि अब मध्यप्रदेश में एक नया ‘खिलौना घोटाला’ सामने आया है। कांग्रेस इस मामले में यह लड़ाई को लड़ेगी, क्योंकि यह आंगनवाड़ी के बच्चों के साथ एक बड़ा मजाक है। प्रदेश की भाजपा सरकार व जिला,नगर प्रशासन इन सवालों के जवाब दे।