आइए देखते हैं मानसिक ब्रह्मचर्य क्या है नवरात्रि में मानसिक ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए
हमें नवरात्र मे किन नियमों का पालन-पोषण करना चाहिए
हमारे मन में किसी प्रकार की द्रिवेश पूर्ण विचारो भावना का जन्म ना हो
हमें किसी के बारे में बुरा नहीं सोचना चाहिए
हमारे मन में शांतिपूर्ण वातावरण रहना चाहिए हमें मां के शांत सौम्य स्वरूप का ध्यान करना चाहिए
हम जिस रूप में मां का ध्यान करेंगे उस रूप में मां के दर्शन होंगे
सुबह उठते ही मानसिक रूप से मां का ध्यान करें
एवं रात्रि में सोने के पहले मां सौम्य रूप का मनन करें
तामसी प्रवृत्ति से जुड़ी हुई किसी चीज का मनन ना करें
हमारे मन में किसी भी प्रकार की ऐसी सोच का जन्म ना हो
जो तामसी प्रवृत्ति से जुड़ी हुई है