कटनी (26 सितम्बर)- उत्कृष्ट कार्य करने वाली पंचायतों को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर पुरस्कृत, प्रोत्साहित एवं सम्मानित किया जाता है। इन पुरस्कारों के तहत पंचायतों द्वारा ऑनलाइन प्रविष्टियां करने की प्रक्रिया 15 अक्टूबर तक ( http://panchayataward.gov.in ) पोर्टल पर लाइव की जाना है। राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान अंतर्गत राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के चयन हेतु कलेक्टर श्री प्रियंक मिश्रा द्वारा जारी आदेश के मुताबिक जिला स्तर पर जिला पंचायत सीईओ जगदीश चंद्र गोमे की अध्यक्षता में एवं जनपद स्तर पर संबंधित अनुविभागीय अधिकारी की अध्यक्षता में जिला एवं जनपद स्तरीय समितियों का गठन किया गया है। जिसमें विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी एवं जनपद स्तरीय अधिकारी समिति के सदस्यों के रूप में दायित्वों का निर्वहन करेंगे।राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के क्रियान्वयन एवं प्रक्रिया की जानकारी से अवगत कराने के संबंध सोमवार को प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन जिला पंचायत सभागार में किया गया। जिला पंचायत सीईओ श्री जगदीश चंद्र गोमे द्वारा राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के संबंध में आवश्यक जानकारी दी गई तथा 15 अक्टूबर तक इस कार्य को पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। प्रशिक्षण में उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक जानकारियों एवं तकनीकी बारीकियों से अवगत कराया गया। गठित समितियों का दायित्व सतत विकास लक्ष्यों के 9 स्थानीकरण विषयों गरीबी मुक्त और
आजीविका उन्नत पंचायत,स्वस्थ पंचायत, बाल हितेषी पंचायत, जल पर्याप्त पंचायत ,स्वच्छ और हरित पंचायत ,पंचायत में आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा ,सामाजिक रूप से सुरक्षित पंचायत, सुशासन वाली पंचायत, महिला हितैषी पंचायत आदि विषयों पर निर्धारित प्रश्नावलीओं में 15 अक्टूबर तक ग्राम पंचायतों द्वारा ऑनलाइन की जा रही प्रविष्टियों की निगरानी और शत प्रतिशत वास्तविक जानकारियां उपलब्ध कराते हुए पोर्टल पर दर्ज कराना होगा। जिला स्तर पर सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त करने वाली तीन ग्राम पंचायतों का स्थल निरीक्षण, भौतिक सत्यापन आदि की प्रक्रिया पूर्ण करने की कार्यवाही जिला स्तरीय समिति करेगी वही प्रत्येक जनपद स्तर पर सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली तीन ग्राम पंचायतों का निरीक्षण एवं भौतिक सत्यापन आदि की कार्यवाही जनपद स्तरीय समिति पूर्ण करेगी। कलेक्टर श्री मिश्रा द्वारा जारी आदेश के अनुसार ग्राम पंचायत स्तरीय समिति का दायित्व पोर्टल पर उपलब्ध प्रश्नावलियो में शत प्रतिशत वास्तविक जानकारियों की प्रविष्टि सह दस्तावेजों सहित अन्य विभागों से जानकारी संकलित करते हुए दर्ज करना होगा। प्रशिक्षण में प्रत्येक जनपद से दो-दो तकनीकी जानकारो को भी उपस्थित होने के निर्देश दिए गए थे । कलेक्टर श्री मिश्रा द्वारा जारी आदेश के अनुसार जिला स्तरीय प्रशिक्षण के दो दिवस के अंदर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं सीईओ जनपद द्वारा समन्वय स्थापित कर ग्राम पंचायत स्तरीय समिति को पोर्टल पर ऑनलाइन प्रविष्टियों एवं अन्य जानकारियों से अवगत कराए जाने हेतु प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला स्तरीय समिति में जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, आयुष अधिकारी, शिक्षा अधिकारी एवं समन्वयक जिला शिक्षा केंद्र, कार्यपालन यंत्री पीएचई/ सिंचाई/आरईएस/ एमपीईबी/, उप संचालक सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण, आपूर्ति अधिकारी ,सूचना अधिकारी एनआईसी, प्रबंधक ई गवर्नेंस ,कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास, सहायक संचालक उद्यानिकी, सहायक संचालक मत्स्य, ऊर्जा अधिकारी ,परियोजना अधिकारी पंचायत प्रकोष्ठ ,मनरेगा, वाटरशेड,पीएम आवास एवं जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन, जन अभियान परिषद, परियोजना प्रबंधक एनआरएलएम, आर्थिक एवं सांख्यिकी अधिकारी तथा अनविभागीय अधिकारी (वन) आदि समिति के सदस्य के दायित्व का निर्वहन करेंगे।
इसी प्रकार जनपद स्तरीय समिति में तहसीलदार , जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और अन्य विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारियों को समिति के सदस्य के दायित्व सौप गए हैं। इसी के साथ इसी के साथ ग्राम पंचायत स्तरीय समिति में सरपंच की अध्यक्षता में ग्राम पंचायत के सचिव,रोजगार सहायक, पटवारी एवं अन्य कर्मचारियों को सदस्य के दायित्व की जिम्मेदारी सौंपी गई है। समितियों का दायित्व समन्वय स्थापित कर निर्धारित समय सीमा 15 अक्टूबर तक जिले की समस्त ग्राम पंचायतो में पोर्टल पर ऑनलाइन प्रविष्टियां कराने का होगा। प्रशिक्षण में नोडल अधिकारी उदयराज सिंह, सहायक नोडल अधिकारी योगेंद्र कुमार असाटी, तकनीकी जानकार प्रवीण गुप्ता एवं अन्य अधिकारियों की उपस्थिति रही।