नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरकारी अस्पताल हमेशा सुर्खियों में बना रहता है ऐसा ही एक मामला फिर प्रकाश में आया जिसमें गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल के कर्मचारियों द्वारा अपनी बच्ची जो केजी टू की छात्रा राजकुमारी है जिसके पैर के ऊपर सेंटिंग का पटि्या गिर जाने से पैर में चोट लगने के कारण अधिक खून बह रहा था जिसका इलाज कराने गरीब पिता पोलियो ग्रस्त है विकलांग गरीब पिता इलाज कराने पहुंचा जिसके साथ ड्रेसिंग करने वाले कर्मचारी ड्रेसर राजू नेमा द्वारा यह बोला गया कि आप अपनी बच्ची के इलाज के लिए ड्रेसिंग पट्टी कराने का सामान बाहर मार्केट से लेकर आओ वह बार-बार मिन्नतें करते रहा सर मैं विकलांग गरीब हूं मेरे पास इतने पैसे नहीं है कि मैं बाहर से आपको ड्रेसिंग पट्टी के लिए सामान लाकर दे सकूं पर अस्पताल कर्मचारी ड्रेसर राजू नेमा ने उसकी एक भी बात ना सुनी जिससे वह हार थक जाने के उपरांत मदद के लिए अनुविभागीय अधिकारी एस.डी.एम के पास तहसील कार्यालय पहुंचकर मदद की गुहार लगाई जहां तत्परता दिखाते हुए एस.डी.एम द्वारा अस्पताल फोन लगाकर तदुपरांत विकलांग संजु सिलावट को कहा कि तुम पहले अस्पताल जाओ मैं उनको बोलदी हूं बच्चे का इलाज करा लो फिर जो आपकी शिकायत होगी मैं शिकायत ले लूंगी पहले जाओ बच्ची का इलाज करा लो गरीब पिता ने एसडीएम महोदय को धन्यवाद देते हुए अस्पताल पहुंचकर अपनी बच्ची की पट्टी कराई
*इनका कहना*
मुझे मामले की जानकारी नहीं है फिर भी आपके द्वारा जो जानकारी प्राप्त हुई है इस मामले में पता करने के उपरांत जो भी कर्मचारी ने इस तरह की लापरवाही की है उस पर उचित कार्यवाही की जाएगी
अधिकारी बी.एम.ओ डॉक्टर एस.एस धुर्वे