रिपोर्टर मोनू पठान
श्योपुर शिवपुरी/ मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री (पीएम) नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी के 17 सितंबर को श्योपुर जिले के कराहल में होने वाले कार्यक्रम के सभा स्थल का निरीक्षण करने पधारे प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं भारत सरकार में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं साथ में शिवपुरी जिले से जिला अध्यक्ष राजू बाथम कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी एवं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया
पीएम के आगमन के साथ चीतों के आगमन की तैयारी करेंगे। 17 सितंबर को पीएम मोदी ढ़ाई घंटे श्योपुर में रहेंगे। 17 सितंबर को आठ चीते आएंगे। मोदी तीन चीतों को पार्क में छोड़ेंगे। मोदी पिंच से बाड़े में चीते छोड़ेंगे।बैठक में पीएमओ के अधिकारी भी जुड़ेंगे। कूनो में चीतों को छोड़ने के कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी। पिंच (घुमाने वाली व्हील) से मोदी चीतों को बाड़े में छोड़ेंगे। बाड़े से पांच किमी दूरी पर पांच हेलीपेड बनाए गए हैं।
बता दें कि 70 साल बाद भारत में चीता दौड़ेंगे। 1952 में भारत में चीता विलुप्त घोषित हुआ था। 2009 में चीता को दोबारा बसाने के लिए प्रयास हुए है। केंद्र और राज्य सरकार के साथ अंतरराष्ट्रीय चीता विशेषज्ञों की चर्चा हुई। 2010 में वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ने चीता री-लोकेशन के लिए संभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया था।10 स्थलों का सर्वेक्षण हुआ था। चीतों के कूनो अभयारण्य सबसे ठीक पाया गया है। कूनो के 750 वर्ग किलोमीटर में लगभग दो दर्जन चीते रह सकते हैं।तीन माह बाद खुले जंगल में आएगा चीता। चीते 16 सितंबर को उड़ेंगे 17 सितंबर को कूनो पहुंचेंगे। जोहान्सबर्ग से 16 सितंबर को विमान उड़ान भरेगा। विमान दिल्ली में उतरेगा। दिल्ली से उड़ान भरकर ग्वालियर या जयपुर लैंड करेगा। जहां से हेलीकाॅप्टर से कूनो पहुंचेंगे चीते। महीनेभर क्वाॅरंटीन पीरियड में रहेगा। क्वाॅरंटीन पीरियड में चीतों के बाड़ों में कम उम्र के चीतल छोड़े जाएंगे। बाड़ों में तीन महीने तक चीतों की निगरानी होगी। चीतों की देखरेख के लिए नामीबिया के डाॅक्टर और विशेषज्ञों का दल रहेगा। तीन माह बाद एक नर चीता को खुले जंगल में छोड़ा जाएगा। रेडियो काॅलर से चीता की माॅनिटरिंग होगी। इसके बाद एक-एक कर पार्क में चीते छोड़े जाएंगे।