पांच विश्व रिकार्ड हो चुका है नाम दर्ज,
छिन्दवाडा जिले के ग्राम बदनूर निवासी एवं विश्व की सबसे बड़ी श्रीरामचरित मानस लिखकर पांच विश्व रिकार्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा चुके विश्व रिकार्डधारी डॉ. अरुण खोबरे को उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, जस्टिस श्री अमरेश्वर प्रताप साही (से.नि.), एवं बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आर.जे.राव ने दीक्षांत समारोह में पीएचडी की डिग्री से सम्मानित किया । मध्यप्रदेश के राज्यपाल एवं कुलाधिपति मान. श्री मंगुभाई पटेल ने दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की । माधवराव सप्रे समाचार पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान को रिसर्च सेंटर बनाकर भोपाल की पत्रकारिता पर किए गए शोध कार्य के लिए डॉ. अरुण को भोपाल के रवीन्द्र भवन में आयोजित समारोह में डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया ।
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं विशेष अधिकारी डॉ. अरुण खोबरे तीन विषयों में एम.ए. हैं । उन्होंने जनसंचार में एम.फिल भी किया है । साथ ही पत्रकारिता एवं जनसंचार विषय से यूजीसी नेट भी क्वलीफ्लाई हैं । डॉ. खोबरे कवि, शायर और मंच संचालक भी हैं । साहित्य प्रेमी उन्हे कवि अरुण अज्ञानी के नाम से भी जानते हैं । डॉ. अरुण को देश भर में तीन दर्जन से ज्यादा सम्मान प्राप्त हो चुके हैं । अभी हाल ही में डॉ. अज्ञानी का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज हुआ है। डॉक्टरेट की डिग्री से सम्मानित होने के बाद डॉ. खोबरे ने कहा कि वे इसे अपने माता-पिता को समर्पित करते हैं, क्योंकि उनके आशीर्वाद से ही आज वे यहां पहुंचे हैं ।
*संवाददाता शुभम सहारे छिंदवाड़ा*