प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम/शासकीय गृहविज्ञान अग्रणी महाविद्यालय में स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के अंतर्गत निबंध, स्वरचित कविता एवं स्वरचित गीत लेखन एवं गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका विषय स्वाधीनता एवं भारत बोध रखा गया। विभिन्न विधाओं के बारे में अवगत कराते हुए सभी का स्वागत कर प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया गया। प्राचार्य डॉ. श्रीमती कामिनी जैन ने सभी छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए गीत का महत्व बताया एवं कहा कि मन में शांति एवं सद्भावना बनाए रखने हेतु कविताओं एवं गीतों से जुड़ना आवश्यक है। निबंध प्रतियोगिता में निर्णायक डॉ जी सी पांडे, डॉ श्रुति गोखले एवं डॉ यशवंत निंगवाल, स्वरचित कविता में निर्णायक डॉ पुष्पा दुबे, डॉ अनिल रजक, डॉ मनीषा तिवारी एवं स्वरचित गीत गायन प्रतियोगिता में निर्णायक डॉ वर्षा चौधरी, डॉ हर्षा चचाने, डॉ मनीषा तिवारी द्वारा छात्राओं की प्रस्तुति का आकलन किया गया। प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्राओं ने भारत का स्वर्णिम युग कविता एवं गीत के माध्यम से सभागार को गौरवान्वित किया। “गंगा जमुना ब्रह्मपुत्र शोभित भारत है’ हे जन्मभूमि भारत तेरी वंदना करेंगे”। स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के संयोजक के रूप में डॉ अरुण सिकरवार ने उद्बोधन द्वारा मार्गदर्शन एवं प्रतियोगिता हेतु शुभकामनाएं प्रेषित की एवं संयोजक प्रेमकांत कटांगकर ने सभी छात्राओं को बधाई देते हुए अग्रिम प्रतियोगिता हेतु सहभागिता के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ कीर्ति दीक्षित एवं सौम्या चौहान द्वारा प्रतियोगिता में सक्रिय सहभागिता की गई।