कालापीपल(बबलू जायसवाल)गत दिवस 02 सितम्बर 2022 को प्रात: 10.30 बजे ग्राम चायनी निवासी हसीम खाँ पिता मुबीन खाँ के पार्वती नदी में डूबने से सम्बंधित कुछ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रसारित भ्रामक समाचार के संबंध में शुजालपुर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सत्येंद्र प्रसाद सिंह द्वारा वास्तविक स्थिति बताते हुए खंडन जारी किया गया है। अनुविभागीय अधिकारी श्री सिंह ने बताया कि इलेक्ट्रानिक मीडिया के कुछ चैनलों पर उक्त समाचार इस प्रकार से दिखाया जा रहा है कि शव को प्रशासन द्वारा नहीं खोजा गया और शव को ले जाने के लिए वाहन भी उपलब्ध नहीं करवाया गया।जबकि प्रशासन को सूचना प्राप्त होते ही बाबूलाल सोनी के नेतृत्व में एस.डी.आर.एफ. की टीम, पटवारी और पुलिस जवान को मौका स्थल के लिए रवाना कर दिया गया था। साथ ही सीमावर्ती सीहोर जिले से भी एस.डी.आर.एफ. की टीम को मौके पर बुलवा लिया गया था।नदी में एस.डी.आर.एफ द्वारा उक्त व्यक्ति की तलाश की जा रही थी, साथ ही उक्त व्यक्ति
के परिजन एवं ग्राम के अन्य युवक भी नदी में तलाश कर रहे थे। मौके पर पटवारी ग्राम चायनी,पुलिस थाना कालापीपल से एक आरक्षक एवं एस.डी.आर.एफ. का खोजी दस्ता निरंतर उपस्थित थे।क्षेत्र के विधायक कुणाल चौधरी भी मौके पर उपस्थित थे।सायं 04.15 बजे डूबे हुए व्यक्ति के परिजनों को पुल के समीप ही शरीर मिला,जिसे बाहर निकाला गया और शव को देखकर व्यथित हुए एवं सुध-बुध खो चुके मृतक के परिजन शव को तत्काल ही पास में खड़ी उनकी ही मोटर साईकल पर रख कर ले गए। मौके पर उपस्थित पटवारी श्री जितेन्द्र सिंह एवं आरक्षक राहुल सिंह चौहान द्वारा परिजनों को वाहन आने तक रुकने के लिए निवेदन भी किया गया था, लेकिन परिजन नहीं रुके और मृतक को नदी से लगभग 400 मीटर दूर स्थित ढाबला जोड़ तक लेकर गए। इसी दौरान किसी व्यक्ति द्वारा वीडियो बना लिया गया, जिसे इलेक्ट्रानिक मीडिया के कुछ चैनलों पर प्रसारित किया जा रहा है। जबकि नदी के दूसरे किनारे पर एस.डी.आर.एफ. का चौपहिया वाहन खड़ा हुआ था। ढाबला जोड़ से ग्राम चायनी तक एक अन्य ग्रामीण के चौपहिया वाहन से ही मृतक को ले जाया गया, तदुपरांत कालापीपल में शव का पी.एम. भी करवा गया है। इस प्रकार इलेक्ट्रानिक मीडिया के कुछ चैनलों पर प्रशासन द्वारा शव के लिए वाहन उपलब्ध ना कराये जाने की खबरें जिस रूप में प्रसारित की जा रही है, वे सही नहीं होकर भ्रामक है।प्रशासन की ओर से कोई लापरवाही या कोताही नहीं बरती गई है।